छत्तीसगढ़

श्रद्धा को सिगरेट से दागता था आफताब… फिर भी वो देना चाहती थी मौका, दोस्त का खुलासा

नईदिल्ली I दिल्ली के महरौली इलाके में श्रद्धा वालकर मर्डर केस में गुरुवार को एक नया खुलासा हुआ है. उसके दोस्त रजत शुक्ला ने बताया कि लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला श्रद्धा को लगातार प्रताड़ित कर रहा था. पूनावाला उसे सिगरेट से दागता था, लेकिन वह पुलिस के पास जाने से बचती थीं, क्योंकि वह उसे ‘एक और मौका’ देना चाहती थीं. शुक्ला ने यह भी बताया कि साल 2021 में, श्रद्धा ने अपनी एक करीबी सहेली संग साझा किया कि आफताब ने उसकी पीठ पर सिगरेट से उसे दागा और हमें यह सुनकर बुरा लगा.

शुक्ला ने कहा कि हम पूनावाला के पास गए और धमकी दी कि अगर वह उसके साथ बुरा व्यवहार करता रहा तो वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगा. लेकिन श्रद्धा ही थीं जिन्होंने हमें उन्हें एक और मौका देने के लिए कहा और मुझे लगता है कि इससे उसकी जान चली गई. आपको बता दें कि श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था.

6 घंटों तक चला आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रद्धा हत्याकांड में आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट का दूसरा सत्र रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में हुआ. आफताब का 6 घंटे तक पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ. मंगलवार को पूनावाला की पॉलीग्राफी जांच का पहला सत्र रोहिणी के एफएसएल में हुआ था. पॉलीग्राफी जांच को लाई डिटेक्टर के नाम भी जाना जाता है. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने पूनावाला के छतरपुर स्थित फ्लैट से पांच चाकू जब्त किए हैं.

एक नजर में समझें पूरा मामला

आपको बता दें कि पूनावाला ने लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा वालकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी. उसके बाद शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था. कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था. पूनावाला को उसके भावनात्मक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए कई परीक्षणों से गुजरना होगा. अगर प्रारंभिक जांच में उसे ठीक नहीं पाया जाता है तो नार्को टेस्ट नहीं किया जा सकता है.