नईदिल्ली I गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से 89 सीटों पर गुरुवार (1 दिसंबर) को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. इन सीटों पर मतदान के ठीक एक दिन पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आयोग प्रदेश में फाइन एंड फेयर इलेक्शन कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने वोटर्स से अपील करते हुए कहा कि राज्य की जनता अपने घर से बाहर निकले और राज्य की खुशहाली के लिए मतदान केंद्रों में जाकर मतदान करे.
गुजरात में गुरुवार 1 दिसंबर को राज्य के 19 जिलों की 89 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. पहले चरण के इस चुनाव में कुल 788 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है और गुरुवार को कुल 25,430 पोलिंग स्टेशन पर वोट डाले जाएंगे. 2. गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी के ऑफिस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि गुरुवार को 25,430 मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे के बीच मतदान होगा. पहले चरण में जिन 89 सीटों पर मतदान होगा उनमें से 48 पर बीजेपी ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस के खाते में 40 सीटें गई थीं और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई थी.3. इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) के अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) सहित 36 अन्य दलों ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं. बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 89 सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं.
पहले चरण में कुल 788 उम्मीदवारों में से 70 महिला प्रत्याशी हैं जिनमें से बीजेपी की नौ, कांग्रेस की छह और आप की पांच महिला उम्मीदवार शामिल हैं. आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट ईशुदान गढ़वी सौराष्ट्र संभाग की खंभालिया विधानसभा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. 5. गुजरात विधानसभा की इन 89 सीटों पर कई वीआईपी नेताओं की किस्मत भी दांव पर लगी हुई है. इन नेताओं में जामनगर उत्तर से क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा, सूरत की अलग-अलग सीटों से बीजेपी नेता और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी और बीजेपी विधायक पुरनेश मोदी, भावनगर ग्रामीण से पांच बार के विधायक पुरुषोत्तम सोलंकी की किस्मत दांव पर लगी हुई है. कांग्रेस नेताओं की बात करें तो ललित कागठरे, ललित वसोया, रुतविक मकवाना और मोहम्मद जावेद पीरजादा और वयोवृद्ध आदिवासी नेता छोटू बसावा की किस्मत भी पहले चरण में ही ईवीएम में बंद हो जाएगी.
कांग्रेस के राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सौराष्ट्र-कच्छ की 54 सीटें अहम हैं. इस क्षेत्र में कांग्रेस ने वर्ष 2017 के चुनाव में 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि वर्ष 2012 के चुनाव में पार्टी को महज 12 सीटें मिली थी. वहीं, बीजेपी को पिछले चुनाव में महज 23 सीटें मिली थी जबकि वर्ष 2012 के चुनाव में उसने 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी.7. दक्षिण गुजरात में सूरत को लंबे समय से बीजेपी का गढ़ माना जाता है. सूरत जिले की 12 सीटें पर लंबे समय से बीजेपी का कब्जा है. हालांकि इस बार उसे विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है.
दक्षिण गुजरात बीजेपी की सबसे मजबूत पकड़ वाला इलाका माना जाता है. हालांकि 2017 के चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस ने दक्षिण गुजरात में बेहतर प्रदर्शन किया था और वर्ष 2012 में छह सीटों के मुकाबले वर्ष 2017 में 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी को 25 सीटें मिली थी जबकि 2012 के चुनाव में इसने 28 सीटें अपने नाम की थी.9. निर्वाचन आयोग के मुताबिक पहचे चरण में 25,430 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा जिनमें से 3,311 केंद्र शहरी क्षेत्र में हैं और बाकी के 11,071 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं. राज्य सीईओ कार्यालय के मुताबिक गुजरात में कुल 4,91,35,400 मतदाता पंजीकृत हैं जिनमें से 2,39,76,670 मतदाता पहले चरण में मतदान करने की अहर्ता रखते हैं. इनमें से 5.74 लाख मतदाताओं की उम्र 18 से 19 साल के बीच है जबकि 4,945 मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 99 साल से अधिक है.10. चुनाव आयोग की प्रेस रिलीज के मुताबिक आयोग ने 89 आदर्श मतदान केंद्र बनाए हैं, जिसमें कई मतदान केंद्रों की व्यवस्था दिव्यांग कर्मी देखेंगे. 89 मतदान केंद्र पर्यावरण अनुकूल बनाए गए हैं जबकि 611 मतदान केंद्रों पर मतदान कराने की जिम्मेदारी महिला कर्मचारी संभाल रही हैं. आयोग ने यह भी बताया कि राज्य में 18 ऐसे भी मतदान केंद्र हैं जिनकी जिम्मेदारी युवाओं के हवाले होगी.