नईदिल्ली I जयललिता एक ऐसा नाम जिसे किसी पहचान की जरूरत नहीं है। जयललिता या फिर कहें ‘अम्मा’ सिर्फ इतना नाम ही काफी है। जयललिता का रुतबा ऐसा था कि वह दक्षिया भारत में और खासकर तमिलनाडु में लोगों के बीच भगवान की तरह पूजी जाती थीं। वह तमिल फिल्म इंडस्ट्री की सुपरस्टार थीं। जितनी सफलता उनको फिल्मों में मिली उतनी ही सफल वह राजनीति में भी हुईं। फिल्मी करियर में 300 से ज्यादा मूवीज देने वाली जयललिता राजनीति के करियर में छह बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनीं और अम्मा के नाम से मशहूर हुईं। 5 दिसंबर 2016 को चेन्नई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया था। तो चलिए अभिनेत्री से राजनेता बनीं जयललिता के बारे में कुछ खास बातें जानते हैं।
जयललिता का जन्म एक तमिल परिवार में 24 फरवरी, 1948 में कर्नाटक के मेलुरकोट गांव में पैदा हुआ था। मैसूर में संध्या और जयरामन दंपति के ब्राह्मण परिवार में जन्मीं जयललिता की शिक्षा चर्च पार्क कॉन्वेंट स्कूल में हुई थी। जयललिता ने 15 साल की उम्र में कन्नड़ फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद उन्होंने तमिल फिल्मों का रूख किया। दिलचस्प बात ये है कि जयललिता उस दौर की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने स्कर्ट पहनकर अदाकारी की, जिसे उस दौर में बड़ी बात माना जाता था। उस जमाने के सबसे लोकप्रिय अभिनेता एम जी रामचंद्रन के साथ उनकी जोड़ी बहुत ही मशहूर हुई। 1965 से 1972 के दौर में उन्होंने अधिकतर फिल्में एमजी रामचंद्रन के साथ की। फिल्मी कामयाबी के दौर में उन्होंने 300 से ज्यादा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में काम किया।
साल 1977 में एमजीआर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने और और जयललिता ने 1982 में 1982 में सक्रिय राजनीति की शुरुआत की। 1984 में एमजीआर ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। एमजीआर के सहयोग से जयललिता ने राजनीति में भी जल्द ही कामयाबी हासिल कर ली थी। जयललिता दक्षिण में अम्मा के नाम से लोकप्रिय हुईं। उन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल में जनता को लुभाने वाले खूब काम किये। जयललिता ने ‘अम्मा कैंटीन’ शुरू की थी, जहां बेहद कम दाम पर भोजन मुहैया कराया जाता है। इतना ही नहीं जयललिता ने अपने शासन के दौरान जनता के लिए अम्मा नाम से एक नया ब्रांड ही शुरू कर दिया। तमिलनाडु में अम्मा मिनरल वॉटर, अम्मा सब्जी की दुकान, अम्मा फार्मेसी यहां तक कि अम्मा सीमेंट भी सस्ती कीमत पर बाजार में मिलने लगे।
तमिलनाडु की राजनीति में जयललिता का करिश्माई व्यक्तित्व था। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की आंधी चल रही थी, उस दौरान जयललिता की पार्टी को तमिलनाडु में 39 में 37 सीटों पर जीत मिली थी। एक खूबसूरत मन मोह लेने वाली अभिनेत्री से तमिलनाडु की छह बार मुख्यमंत्री बनने का सफर आसान नहीं रहा है। जयललिता ने अपनी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। आय से ज्यादा संपत्ति को लेकर जयललिता काफी विवादों में रही थीं। साल 2016 में ही ढाई महीने तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता ने आखिरी सांस ली।