छत्तीसगढ़

Sachin And Messi: जर्सी नंबर ही नहीं ऑल टाइम ग्रेट सचिन और लियोनेल मेसी में और भी बहुत कुछ है एक सामान

नई दिल्ली। लुसैल स्टेडियम में अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे लियोनेल मेसी जब फ्रांस के खिलाफ मैदान में उतरे तो अर्जेंटीना के साथ-साथ पूरा भारत उनके लिए दुआएं कर रहा था। वजह खास थी और वो थी उनमें भारत के खेल प्रेमियों को जर्सी नंबर 10, सचिन की झलक नजर आ रही थी।

2011 में अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे सचिन कमोबेश, इसी स्थिति में तो थे, जब वह अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे थे और पूरा भारत उनके वर्ल्ड कप जीतने के सपने को जी रहा था। 2011 में सचिन का वर्ल्ड कप जीतने का सपना पूरा हुआ था और अब 2022 में अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे लियोनेल मेसी का सपना पूरा हुआ और वह वर्ल्ड चैंपियन बने।

सचिन और लियोनेल मेसी दोनों ही 10 नंबर की जर्सी पहनते हैं और दोनों जब तक खेले अपनी टीम के लिए सिंगल हैंडली परफॉर्मेंस करते रहे। यही कारण है कि फैंस को लियोनेल मेसी और सचिन तेंदुलकर में समानता नजर आती है। आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि क्या सच में दोनों में कोई समानता है या फिर यह फैंस का अपने लीजेंड के प्रति एक भावनात्मक लगाव है।

अपने-अपने खेल में हैं GOAT

जो मुकाम सचिन तेंदुलकर क्रिकेट में रखते हैं वही मुकाम द ग्रेट लियोनेल मेसी का फुटबॉल में है और 2022 के फाइनल मैच के बाद इसे दुनिया ने भी मान लिया है।

कम उम्र मे करियर का आगाज

दोनों ने बेहद कम उम्र में अपने करियर का आगाज किया। सचिन ने जहां 16 साल और 125 दिन की उम्र में अपने करियर का आगाज किया वहीं मेसी का करियर भी 18 साल की उम्र में शुरू हुआ।

सेमीफाइनल मैच में बने मैन ऑफ द मैच

सचिन 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच बने थे, ठीक उसी प्रकार लियोनेल मेसी भी सेमीफाइनल मैच में प्लेयर ऑफ द मैच बने।

8 साल पहले वर्ल्ड कप फाइनल में मिली थी हार

यहां भी एक दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के करीब हैं। सचिन जहां 2011 वर्ल्ड कप जीतने से पहले 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में हारे थे ठीक वैसे ही लियोनेल मेसी को भी 2014 वर्ल्ड कप में जर्मनी के खिलाफ हार मिली थी।

दोनों अपने आखिरी वर्ल्ड कप में बने चैंपियन

दोनों खिलाड़ियों को अपना पहला वर्ल्ड कप खिताब जीतने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। सचिन जहां 22 साल बाद अपने आखिरी वर्ल्ड कप में वर्ल्ड चैंपियन बने तो वहीं मेसी को इस ट्रॉफी को उठाने में 18 साल लग गए और उन्हें भी यह सफलता आखिरी वर्ल्ड कप में मिली थी। सचिन ने 6 वर्ल्ड कप खेले थे जबकि मेसी का यह 5वां वर्ल्ड कप था।

फाइनल मुकाबले से पहले खुद सचिन को थी उम्मीद

फीफा वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले से पहले सचिन भी इस संयोग के बारे में जान रहे थे। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर भी इसको शेयर किया था और जब अर्जेंटीना चैंपियन बनी तो पूरी टीम को बधाई देते हुए उन्होंने लिखा कि मेसी के लिए यह करने के लिए सबका शुक्रिया। उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें ट्रॉफी के साथ मेसी की तस्वीर थी और उन्होंने इस चैंपियन खिलाड़ी को बधाई दी थी।