नईदिल्ली I पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा को हाल ही में पीसीबी के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था. राजा जब पीसीबी के चेयरमैन थे तब उन्होंने भारत को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर बीसीसीआई पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप का बहिष्कार करती है तो उनका देश भी भारत में होने वाले विश्व कप से नाम वापस ले सकता है. पीसीबी से विदा लेने के बाद रमीज राजा ने बताया है कि उन्होंने भारत के खिलाफ इस तरह की बातें क्यों कहीं. रमीज की जगह नजम सेठी को पीसीबी का नया चेयरमैन बनाया गया है.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा था कि टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी और ये टूर्नामेंट किसी न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जाएगा. शाह एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बिना एसीसी के हितधारकों से पूछे ये बात कही थी.
लेना पड़ते हैं फैसले
राजा से जब एक फैन ने उनके यूट्यूब चैनल पर इस मामले में सवाल किया तो उन्होंने कहा, “जब आप क्रिकेट बोर्ड चालते हैं तो लीडरशिप काफी अहम है.जब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड वापस गए तो हमने उनको चैलेंज दिया और वह वापस खेलने आए. इंग्लैंड ने कुछ अतिरिक्त मैच भी खेले. इसलिए जरूरी है कि आप स्टैंड लें. मेरे लिए ये खबर भी नहीं थी क्योंकि ये तय था कि पाकिस्तान एशिया कप की मेजबानी करेगा. किसी भी बैठक के बिना मेजबानी अधिकार छीन लेना, किसी को ये पता नहीं.”
बाबर से कहते थे ये बात
राजा ने कहा कि वह इसलिए पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम से लगातार कहते रहते थे कि उन्हें भारतीय टीम को हराना जरूरी है क्योंकि तभी वह पाकिस्तान को सुपर पावर मानेंगे. राजा ने कहा, “इसलिए मैं बाबर आजम से लगातार कहता रहता था कि हमें भारत के खिलाफ जीतना जरूरी है. अगर हम भारत के खिलाफ प्रतिस्पर्धी नहीं हैं तो वह हमें क्रिकेट में सुपरपावर नहीं मानेंगे.हमें बार-बार इस बात को साबित करना होगा. हमने भारत को दो बार हराया भी है.
क्रिकेट करता है मदद
राजा ने साथ ही कहा कि क्रिकेट ऐसा खेल है जो दोनों देशों के बीच मतभेदों को कम कर सकता है. उन्होंने कहा कि वह भारतीय फैंस को पसंद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा, “मैं भारतीय फैंस का सम्मान करता हूं. भारत में मैंने जितना समय बिताया मैंने उसका लुत्फ लिया. इसमें कोई शक नहीं है. क्रिकेट रुकावटें हटाता है. एक क्रिकेटर, एक कॉमेंटेटर के तौर पर मुझे काफी प्यार मिला है.