छत्तीसगढ़

मेडिकल खोज के लिए परिवार ने दान दिया बुजुर्ग महिला का शव, निकला कोरोना पॉजिटिव

बठिंडा: जिले में एक बुजुर्ग महिला के निधन के बाद परिवार ने शव को मेडिकल खोज के लिए दान कर दिया और शव लेकर संतोष मेडिकल कालेज गाजियाबाद पहुंच गए। वहां शव लेने से पहले कोरोना टेस्ट किया गया तो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जिसके बाद शव स्वजनों को लौटा दिया गया।

सोमवार को समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर द्वारा कोरोना प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया गया। संस्था के प्रधान सोनू माहेश्वरी ने बताया कि बठिंडा की लाल सिंह बस्ती निवासी व 59 वर्षीय महिला गुलावती पत्नी रामचंद कुछ दिन पहले बीमार होने के कारण एम्स में भर्ती थीं।

कोरोना पॉजिटिव होने की परिवार को नहीं थी सूचना

एम्स में करीब नौ दिन दाखिल रहने के बाद भी महिला की हालत में कोई भी सुधार न होने पर परिवार वाले महिला को घर पर ले आए तथा उसकी सेवा करते रहे। घर में 15 दिन के बाद महिला की गत 28 दिसंबर को मौत हो गई। इस दौरान स्वजनों को उसके कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना नहीं थी।

परिवार डेरे से जुड़े होने के कारण वे शव मेडिकल कालेज में दान करने के लिए संतोष मेडिकल कालेज गाजियाबाद लेकर पहुंच गए। मेडिकल कालेज में बीती 31 दिसंबर को शव का कोरोना टेस्ट किया गया, जहां एक जनवरी को आई रिपोर्ट में महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जिसके बाद मेडिकल कालेज द्वारा शव वापिस परिवार को सौंप दिया गया।

समाजसेवी संस्था ने कराया अंतिम संस्कार

महिला के परिवार ने बठिंडा की समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी से संपर्क किया। इसके बाद संस्था के सदस्यों ने शव का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के तहत स्थानीय दाना मंडी स्थित श्मशान भूमि में किया। हालांकि, इस महिला की मौत के बारे में सेहत विभाग को कोई भी सूचना नहीं दी गई।