नईदिल्ली I भारत और श्रीलंका की टीमें शनिवार को राजकोट के मैदान पर आमने-सामने होंगी. तीन टी20 मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला राजकोट में खेला जाना है. ये मैच टीम इंडिया के लिए तो अहम है ही साथ ही साथ युजवेंद्र चहल के लिए भी ये मुकाबला करो या मरो जैसी स्थिति का है.
युजवेंद्र चहल श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में अब तक कुछ कमाल नहीं कर सके हैं. उन्होंने पहले टी20 में दो ओवर में 26 रन दे डाले और फिर भी खाली हाथ रहे. वहीं दूसरे टी20 में उन्होंने चार ओवर में 30 रन दिए और केवल एक ही विकेट हासिल कर सके.
सौराष्ट्र का मैदान युजवेंद्र चहल के लिए काफी खास है. वो इस मैदान पर सबसे ज्यादा टी20 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने यहां पांच विकेट झटके हैं. ऐसे में चहल के लिए फॉर्म में वापस आने के लिए इससे बेहतर जगह नहीं हो सकती.
टीम इंडिया के पास पहले से ही युजवेंद्र चहल का विकल्प मौजूद हैं. वॉशिंगटन सुंदर को चहल के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा है. सुंदर गेंदबाजी के साथ-साथ बल्ले से भी अहम योगदान दे सकते हैं. ऐसे में अगर राजकोट में चहल को मौका मिलता है तो उन्हें किसी भी हाल में प्रदर्शन करना होगा.
चहल टी20 में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाजों में से है. हालांकि दिग्गजों का मानना है कि टीम से कई बार बाहर होने के कारण उनके आत्मविश्वास पर असर पड़ा है. इसी वजह से वो बहुत सहज नहीं आ रहे हैं. चहल ने अपने पिछले 11 टी20 मैचों में केवल 11 विकेट ही झटके हैं.