नई दिल्ली। भारतीय टीम में कप्तानी में बदलाव कभी आसान नहीं रहा है। अनुभवी खिलाड़ी के हाथ में कमान हो और इस बीच कोई मजबूत दावेदार आ जाए तो चीजें उलझती जरुर हैं। इसका एक उदाहरण मौजूदा समय में भी देखने को मिल रहा है।
हार्दिक पांड्या को टी20 प्रारूप की कप्तानी सौंपने के बारे में कहा जा रहा है, लेकिन रोहित शर्मा ने इस प्रारूप को नहीं छोड़ने का बयान दिया है। अब देखना रहेगा कि हार्दिक पांड्या को लंबे समय तक कप्तानी मिलती है या नहीं। भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी के कार्यकाल के दौरान भी ऐसी ही कुछ स्थिति बनी थी। धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था तो उनकी सीमित ओवर कप्तानी पर खतरा मंडराने लगा था।
विराट कोहली ने जब टेस्ट टीम की कमान संभाली तो धोनी की सीमित ओवर कप्तानी पर सवाल खड़े होने लगे। इस तरह की स्थिति में टीम दो मजबूत केंद्रों के बीच बट सकती थी, लेकिन कोच रवि शास्त्री ने कोहली का मार्गदर्शन करके स्थिति को बहुत अच्छी तरह संभाला। भारतीय टीम के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अपनी नई किताब ‘कोचिंग बियोंड- माय डेज विद इंडियन क्रिकेट टीम’ में इस किस्से का खुलासा किया है।
श्रीधर ने ध्यान दिलाया कि कैसे कोहली टेस्ट कप्तान नियुक्त होने के बाद सफेद गेंद कप्तान बनने को बेताब थे। श्रीधर ने अपनी किताब में लिखा, ‘2016 में समय था जब विराट कोहली सफेद गेंद टीम का कप्तान बनने को भी बेताब था। उन्होंने कुछ ऐसी चीजें कही, जिससे लगा कि वो कप्तान बनने पर ध्यान दे रहे हैं।’
आर श्रीधर ने बताया कि रवि शास्त्री ने हस्तक्षेप किया और कोहली को सलाह दी कि वो धोनी के कप्तानी सौंपने तक का इंतजार करें। श्रीधर ने किताब में लिखा, ‘एक शाम रवि ने उन्हें फोन किया और कहा, ‘देखो विराट। एमएस धोनी ने लाल गेंद क्रिकेट में आपको कप्तानी सौंप दी है। आपको उनकी इज्जत करनी चाहिए। सही समय आने पर वो आपको सीमित ओवर क्रिकेट में भी कप्तानी सौंप देगा। अगर आप उसकी इज्जत नहीं करोगे तो जब आप कप्तान बनोगे तो आपको अपनी टीम से इज्जत नहीं मिलेगी। अभी जो भी चल रहा हो, उसके बावजूद धोनी की इज्जत करो। कप्तानी आपके पास आएगी, आपको उसके पीछे भागने की जरुरत नहीं।”
काम आई रवि शास्त्री की सलाह
विराट कोहली ने इस सलाह को अच्छी तरह समझा और 2017 में भारत के सभी प्रारूपों के कप्तान बने। तब एमएस धोनी ने कप्तानी छोड़ी थी। धोनी और कोहली के बीच रिश्ता काफी मजबूत हुआ। धोनी ने अपना बचा हुआ करियर कोहली की कप्तानी में खेला और सक्रिय रूप से अपने विचार प्रकट किए।
विराट कोहली ने साल 2022 तक भारतीय टीम की कप्तानी की। उन्होंने 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 प्रारूप से कप्तानी छोड़ी। वो वनडे कप्तान बने रहना चाहते थे, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें रोहित शर्मा से बदल दिया। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद टेस्ट प्रारूप से कप्तानी छोड़ दी थी। तब से रोहित शर्मा तीनों प्रारूपों में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।