गौरेला-पेंड्रा-मरवाही I गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में भालुओं ने 2 बच्चों समेत 3 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मामला मरवाही वनमंडल के सचराटोला बीट एरिया का है। तीनों घायल बच्चों उमेश सिंह (11 वर्ष), शिवराज (14 वर्ष) और परसराम प्रजापति (17 वर्ष) को मरवाही के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, 11 साल का उमेश और 14 साल का शिवराज और परसराम प्रजापति के साथ कुम्हारी डैम में सोमवार को नहाने के लिए गए हुए थे। वहां से तीनों जब नहाकर लौट रहे थे, तब दो भालुओं ने उन पर हमला कर दिया। भालू तीनों के शरीर को नोचने लगे। इधर कुछ ग्रामीण भी आसपास ही थे। बच्चों के शोर को सुनकर वे मौके पर पहुंचे। भालू के जोड़े को देखकर उन्होंने बाकी लोगों को भी आवाज दी। इधर लोगों को आता देखकर दोनों भालू जंगल में चले गए।
हमले में शिवराज के सिर पर गंभीर चोट आई है। भालुओं ने उसके सिर को नोचा है। वहीं परसराम के कमर और उमेश के हाथ पर पंजा मारकर उसे घायल कर दिया। हमले में तीनों लहूलुहान हो गए। इनमें से गंभीर रूप से घायल शिवराज को बिलासपुर रेफर कर दिया गया है। लोगों ने कहा कि बच्चों की किस्मत अच्छी थी कि भालू के जोड़े के साथ उनके शावक नहीं थे, नहीं तो उनकी सुरक्षा में वे बच्चों को मार डालते।
इसके बाद तीनों को छोड़कर दोनों भालू जंगल में चले गए। तीनों घायलों को मरवाही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। मरवाही वनमंडल भालू प्रभावित क्षेत्र है। यहां अवैध उत्खनन और वनों की कटाई के कारण भालू लगातार गांव का रुख कर रहे हैं। भालुओं के हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
मौके पर वन विभाग की टीम भी पहुंची हुई है। डिप्टी रेंजर, कांग्रेस नेता वीरेंद्र बघेल, पूर्व सरपंच हरीश राय मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता की और घायलों का हालचाल जाना। मुख्य वन संरक्षक (सीसीएस) राजेश चंदेला ने कहा कि टीम मरवाही वनमंडल में भेजी जा रही है, ताकि अवैध कटाई और उत्खनन पर लगाम लग सके।
मरवाही वनमंडल में संरक्षित वनों और पहाड़ियों में इन दिनों बेतहाशा उत्खनन और कटाई चल रही है, जिसके कारण भालू गांवों का लगातार रुख कर रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार मरवाही में करीब 400 भालू हैं। भालू प्रभावित क्षेत्रों में कराए जा रहे निर्माण कार्यों के चलते भी भालू लगातार गांव का रुख कर रहे हैं।