नईदिल्ली I अदालत ने 200 करोड़ की ठगी मामले में आरोपी सुकेश चंद्रशेखर को जेल के अंदर टीवी देखने और गेम खेलने की अनुमति प्रदान की है। आरोपी ने जेल के अंदर अपने साथ हो रहे उत्पीड़न की शिकायत की थी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक ने कहा सुकेश चंद्रशेखर सहित बिना किसी अपवाद के प्रत्येक आरोपी को टीवी देखने, खेलने आदि जैसी सुविधाएं समान रूप से प्रदान की जानी चाहिए।
अदालत ने यह आदेश चंद्रशेखर द्वारा एक शिकायत के बाद पारित किया है जिसमें आरोप लगाया गया था कि जेल कर्मचारियों के खिलाफ उनकी शिकायत के बाद उन्हें सेंट्रल जेल नंबर 14 मंडोली से सेंट्रल जेल नंबर 13 मंडोली में स्थानांतरित कर दिया गया है।
चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि अब जेल नंबर 13 में जहां उन्हें रखा गया है, वहां 1500 से अधिक कैदियों की भीड़ है, और उस जेल में बंद कैदी बहुत जघन्य अपराधों में शामिल हैं। एक ट्रांसजेंडर को भी उसी सेल में रखा गया है।
चंद्रशेखर की ओर से पेश अधिवक्ता अनंत मलिक ने कहा कि इस अदालत ने जांच करने का आदेश दिया था लेकिन जेल नंबर 14 से उन अधिकारियों के आचरण के बारे में पूछताछ करने के बजाय आरोपी को जेल नंबर 14 से जेल नंबर 13 में स्थानांतरित कर दिया गया है।
अदालत ने महानिदेशक (जेल) को निर्देश दिया कि वे इस पर विचार करें और यह सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रयास करें कि संबंधित आरोपी के साथ कोई धमकी, धमकी या अशोभनीय व्यवहार न हो।