नईदिल्ली I देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी ने अडानी ग्रुप में भारी निवेश किया है. अब जब हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडानी समूह की कंपनियों के शेयर्स में भूचाल लाया हुआ है, तब विपक्ष से लेकर आम लोग तक एलआईसी के समूह में निवेश करने पर हाय तौबा मचाए हुए हैं. वहीं रिटेल इंवेस्टर्स को भी लग रहा है कि क्यों ही उन्होंने समूह की कंपनियों में पैसा लगाया. जबकि एलआईसी की कहानी कुछ और ही बयान करती है…
एलआईसी का कहना है कि बाजार में इतने उथल-पुथल के बावजूद अडानी ग्रुप में किए गए निवेश पर उसे फायदा ही पहुंचा है. बीमा कंपनी ने अडानी ग्रुप के शेयर्स से लेकर बांड तक में निवेश किया हुआ है.
LIC उठा रही 100% लाभ का मजा
अडानी ग्रुप में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी निवेशक एलआईसी का कहना है कि समूह की कंपनियों में निवेश पर उसका लाभ काफी बढ़िया रहा है. एलआईसी को कंपनी के स्टॉक और बांड निवेश पर 100 प्रतिशत का लाभ हुआ है.
खबर के मुताबिक एलआईसी ने अडानी समूह के शेयर्स और बांड में करीब 28,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. जबकि इनका मौजूदा मूल्य 56,000 करोड़ रुपये के आसपास है. एलआईसी का ये निवेश समूह की सीमेंट कंपनी एसीसी और अंबुजा सीमेंट में था. बाजार की बढ़त के साथ ये 88,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, लेकिन ये अब 56,000 करोड़ पर आकर भी अच्छा रिटर्न देने वाला निवेश है.
अडानी ग्रुप में लगा LIC का मामूली पैसा
अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में 5 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट आने से एलआईसी के आम ग्राहकों को चिंता सता रही है. इस बारे में एलआईसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भरोसा दिलाया कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
एलआईसी 43 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की एसेट का मैनेजमेंट करती है. ऐसे में अडानी ग्रुप में किया निवेश एलआईसी के कुल एसेट मैनेजमेंट का एक बहुत छोटा हिस्सा है. इसलिए अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में कमी का असर हमारे ग्राहकों की बीमा पॉलिसी के क्लेम पर नहीं पड़ेगा.
एलआईसी एग्जीक्यूटिव ने अडानी ग्रुप के शेयर प्राइस में गिरावट आने से, उसे किसी तरह का तात्कालिक नुकसान होने से इंकार किया. इतना ही नहीं एलआईसी ने अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में 300 करोड़ रुपये के निवेश की योजना भी बनाई है.