छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : धान खरीदी में डेढ़ करोड़ की गड़बड़ी, समिति के 4 कर्मचारियों के घर छापा, 16 हजार बारदाना जब्त, भरे गए धान की कीमत 1.62 करोड़

कोरिया : कोरिया जिले के बैकुंठपुर तहसीलदार के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम गिरजापुर धान खरीदी केंद्र में छापेमार कार्रवाई करने पहुंची। इस दौरान समिति के 4 कर्मचारियों के घर से करीब 16,200 बारदाना बरामद हुआ है। मामले का हिसाब-किताब करने पर जब्त बारदाने में भरे गए धान की कीमत 1.62 करोड़ होने का अनुमान लगाया गया है। इधर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के लिए 31 जनवरी अंतिम तिथि निर्धारित है।

गिरजापुर धान उपार्जन केंद्र में बारदाने में गड़बड़ी कर फर्जी तरीके से धान खरीदने का मामला सामने आने पर तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की 5 सदस्यीय टीम शनिवार रात को जांच करने पहुंची थी। फिलहाल बारदानों को जब्त कर लिया गया है। गिरजापुर खरीदी केंद्र में बड़े पैमाने पर सिर्फ कागजों में फर्जी तरीके से धान खरीदी की तैयारी करने की शिकायत मिली थी। मामले में कलेक्टर विनय लंगेह के निर्देश पर तहसीलदार बैकुंठपुर मनहरण सिंह राठिया के नेतृत्व में टीम गठित कर गिरजापुर धान खरीदी केंद्र में छापेमार कार्रवाई करने पहुंची।

इसमें हल्का पटवारी गिरजापुर योगेश गुप्ता, संजय सूर्यवंशी, रानू कुर्रे और शकुंतला सिंह शामिल थे। इस दौरान उपार्जन केंद्र के 4 कर्मचारियों के घर से 16 हजार 200 बारदाना बरामद हुआ है। समिति स्टाफ उमेश देवांगन के घर से 7000 बारदाना, दिनेश कुशवाहा के घर से 2000 बारदाना, ईश्वर साहू के घर से 7000 बारदाना और उमेश कुशवाहा के घर से 200 बारदाना मिला है। प्रशासनिक टीम की जांच रविवार को भी चलती रही।

मिलर्स को धान के बदले 1900 रुपए प्रति क्विंटल भुगतान कर डीओ मैनेज

ऐसी चर्चा है कि मिलर्स को धान के बदले 1700 से 1900 रुपए प्रति क्विंटल भुगतान कर डीओ मैनेज किया गया है। समिति में बारदाने का स्टॉक बराबर करने व फर्जी खरीदी करने 16 हजार बारदाना कर्मचारियों के घर रखा गया था। हालांकि गड़बड़ी से पहले जांच टीम पहुंची और कर्मचारियों के घर में छिपाए गए बारदाने को जब्त कर लिया है। बरामद बारदाने का हिसाब-किताब करने पर धान खरीदी में शासन-प्रशासन को लगभग डेढ़ करोड़ का चूना लगाया गया है। शासन की गाइड लाइन को दरकिनार कर मनमाने तरीके से धान खरीदी होती है। फर्जी धान खरीदी के साथ टोकन व तौल से लेकर हमाली राशि में समिति मनमानी करती रही है।

कभी तौल में डंडी, कभी हमाली राशि की अवैध वसूली

पंजीकृत किसानों के अनुसार, अधिकांश खरीदी केंद्रों में प्रशासनिक कसावट के बीच मनमानी कर खेल चलता रहा। खरीदी केंद्र में किसानों से 40 किलो प्रति बोरी धान खरीदी होनी थी। जूट बारदाना में तौल 40.600 किलो और प्लास्टिक बारदाना में 4.300 किलो वजन तौलने का नियम है। बावजूद उपार्जन केंद्रों में मनमानी कर 41 किलो प्रति बोरी वजन धान लिया गया है। वहीं किसानों से धान पलटी, छल्ली लगाना सहित अन्य कार्य कराया गया है, जबकि राज्य सरकार ने प्रति क्विंटल 9 रुपए की दर से प्रत्येक उपार्जन केंद्र में छल्ली (स्टेक) बोरी पलटी करने के लिए बजट का प्रावधान रखा है। वहीं अंतिम समय में एडजस्ट का खेल करने की खबर है।

4 कर्मचारियों के घर मारा गया छापा

गिरजापुर उपार्जन केंद्र के 4 कर्मचारियों के घर से बड़ी मात्रा में जूट बारदाना बरामद हुआ है। जिसमें गिरजापुर समिति की स्टेंसिल लगी है। मामले में तहसीलदार द्वारा पंचनामा बनाकर प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए भेजा गया है।