नईदिल्ली I भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में पारी और 132 रन से हरा दिया। नागपुर में मिले इस जीत से टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से आगे हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 177 रन बनाए। फिर टीम इंडिया ने पहली पारी 400 रन बना दिए। कंगारू टीम दूसरी पारी में 91 रनों पर सिमट गई। वह एक पूरा सेशन भी नहीं खेल पाई। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद कई चीजों को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के एक सेशन में ही ऑलआउट होने की उम्मीद उन्हें नहीं थी।
रोहित ने नागपुर की पिच को लेकर हुए विवाद पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को स्पिन खेलने का तरीका सीखा दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी पिचों पर खेलने के लिए अपने रवैये में बदला करना पड़ता है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने मैच से पहले टीम इंडिया पर पिच से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। रोहित ने पिच को लेकर कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप की विकेट पर सफल होने के लिए योजना के अनुसार खेलने की आवश्यकता होती है।
रोहित ने पिच को लेकर क्या कहा?
रोहित ने कहा, “हम पिछले कुछ समय से भारत में जिस तरह की पिचों पर खेल रहे हैं वहां आपको रन बनाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाने होते हैं। ये तरीके परंपरागत नहीं होते हैं। आपको छोड़ी योजना बनानी पड़ती है। मैंने मुंबई में क्रिकेट खेलना है। वहां की पिचों पर बहुत ज्यादा गेंद घूमती है। आपको अलग-अलग तरीके ढूंढने होते हैं। अपने पैरों का इस्तेमाल कीजिए, कुछ अलग शॉट खेलिए, जिससे गेंदबाज दबाव में आए। स्वीप शॉट या रिवर्स स्वीप भी लगा सकते हैं।”
कमिंस और स्टार्क से की अश्विन-जडेजा की तुलना
कप्तान रोहित ने रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की भारत की स्पिन-गेंदबाजी जोड़ी की बड़ी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दोनों की कप्तानी करना ऑस्ट्रेलिया में पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क की कप्तानी करने के समान है। उन्होंने कहा, ”अश्विन अलग गेंदबाज की दिखाई दे रहे हैं। मैं पहले से बेहतर गेंदबाज नहीं कहूंगा क्योंकि वह हमेशा एक अच्छे गेंदबाज थे, लेकिन जब भी वह टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो एक अलग गेंदबाज दिखते हैं। अच्छे क्रिकेटर यही करते हैं। वे कोशिश करते हैं और अपने खेल को ऊपर उठाते हैं और अगले स्तर तक पहुंचने की कोशिश करते हैं।”
अश्विन, जडेजा और अक्षर पटेल वाली टीम की कप्तानी की भावना के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा, “यह ऑस्ट्रेलिया में (पैट) कमिंस, (जोश) हेजलवुड और (मिशेल) स्टार्क की कप्तानी करने जैसा है।”