छत्तीसगढ़

AAP vs BJP: हंगामे के बीच अटका स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव, हाथापाई और बोतलबाजी के बाद सत्र फिर स्थगित

नईदिल्ली : दिल्ली को मेयर और डिप्टी मेयर मिलने के बाद स्थायी समिति का चुनाव हंगामे की भेंट चढ़ गया है। सदन में हाथापाई और एक-दूसरे पर बोतल फेंकने के बाद देर रात सत्र घंटे भर के लिए स्थगित कर दिया गया। देर रात करीब 2 बजे डेढ़-दो घंटे बाद सदन में पार्षदों के नारों के बीच कार्यवाही फिर स्थगित करनी पड़ी।

दरअसल, समिति की वोटिंग के लिए सदस्यों को मोबाइल लेकर जाने की अनुमति प्रदान की गई, जिसका भाजपा के पार्षदों ने पुरजोर ढंग से विरोध किया। आरोप लगाया कि सदस्य वोट देने के बाद बैलेट पेपर की फोटो खींच रहे हैं। इसके बाद हंगामा बढ़ गया। इस दौरान करीब 43 सदस्य वोटिंग कर चुके थे।भाजपा ने मोबाइल के साथ हुई वोटिंग रद्द करने को लेकर भी हंगामा किया। देर रात तक दोबारा वोटिंग को लेकर फैसला नहीं हो सका। वहीं हंगामे के बीच आप और भाजपा पार्षदों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई की। पानी की बोतलें फेंकी।

शैली बोलीं… केजरी हैरान
हंगामे को लेकर शैली ओबरॉय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जब स्थायी समिति का चुनाव कराया जा रहा था तब बीजेपी पार्षदों ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की! बीजेपी की गुंडागर्दी की यह हद है कि वे एक महिला मेयर पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं।

तूतू-मैंमैं…
हंगामे को लेकर आर विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि बीजेपी के पास संख्या नहीं है इसलिए वह गुंडागर्दी करके एक स्थायी समिति बनाना चाहती है। हम SC के निर्देश पर चुनाव के लिए तैयार हैं। एमसीडी हाउस में बोतलें फेंकी गईं। दिल्ली के लोग देख रहे हैं कि बीजेपी किस तरह स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव टालना चाहती है।

वहीं भाजपा पार्षद अर्जुन पाल सिंह ने कहा कि बैलट वोटिंग के दौरान फोन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए लेकिन फोन की अनुमति थी और हमने इसका विरोध किया। मेयर ने इसे स्वीकार कर लिया, हमारी मांग है कि जब 50 लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं और फोटो खिंच चुकी है तो मतदान फिर से शुरू किया जाए। विरोध करने पर हमें धमकाया गया और हमला किया गया।

सदन की कार्यवाही के दौरान मेयर की चेयर पर आने के बाद शैली ओबेरॉय ने एक घंटे के लिए सदन को स्थगित किया और दोबारा लौटने पर स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव कराने की बात कही। करीब दो घंटे के बाद शैली चेयर पर लौटीं और चुनाव की प्रक्रिया शुरू कराई। उन्होंने स्थायी समिति की वोटिंग के लिए सदस्यों को मोबाइल लेकर जाने की अनुमति प्रदान की। इसका भाजपा के पार्षदों ने विरोध किया। कुछ देर के बाद भाजपा के पार्षदों ने फिर से विरोध किया कि सदस्य वोट देने के बाद बैलेट पेपर की फोटो खींच रहे हैं। यह वोटिंग कराने असंविधानिक तरीका है।

सदन में हंगामा बढ़ गया, तब तक सदन में 43 सदस्यों ने वेटिंग कर ली थी। करीब डेढ़ घंटे तक सदन में हंगामा चलता रहा। रात को आठ बजे तक स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं हो पाया था। इस बीच निगम सचिव भगवान सिंह ने मेयर शैली ओबरॉय को कागज दिखाए कि मोबाइल के साथ वोटिंग की अनुमति नहीं है। इसके बाद मेयर ने बिना मोबाइल के वोटिंग का आदेश दिया, लेकिन इस पर भाजपा के पार्षदों ने कहा कि ऐसे में पहले मोबाइल के साथ हुई वोटिंग अनधिकृत है, इसे रद्द किया जाए। देर रात तक यह फैसला नहीं हो पाया था कि वोटिंग दोबारा होगी या वहीं से आगे बढ़ेगी I