नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के सेलक्टर्स पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने स्पोर्ट्सस्टार के लिए एक कॉलम में लिखा कि अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम अहमदाबाद टेस्ट जीतकर चार मैचों की इस सीरीज को ड्रॉ भी कर लेती है तो उसके बावजूद भी ऑस्ट्रेलियाई सेलेक्टर्स को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसे में आइए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं गावस्कर ने ऐसा क्यों कहा?
दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदी कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रलियाई टीम के सेलेक्टर्स पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें ऐसी टीम का चयन करना है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने साथ ही कहा कि नागपुर और दिल्ली में कंगारू टीम की हार का कारण सेलेक्टर्स ही रहे। सुनील गावस्कर ने आगे कहा,’पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने खिलाड़ियों की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में टारगेट पर ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को होना चाहिए। उन्होंने कैसे उन तीन खिलाड़ियों को चुन लिया, जिनके बारे में वह जानते थे कि वे शुरुआती दो टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हो सकेंगे। यह आधी सीरीज की बात थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनजमेंट के पास महज 13 में से 11 खिलाड़ी चुनने का विकल्प रह गया था।’
इसके अलावा गावस्कर ने कहा,”ऑस्ट्रेलियाई सिलेक्टर्स एक नए खिलाड़ी मैथ्यू कुह्नेमन को टीम में लेकर आए, जबकि उनके पास पहले से ही उनके (कुह्नेमन) जैसा एक गेंदबाज मौजूद था। अगर वह जानते थे कि उनकी टीम में पहले से मौजूद एक स्पिनर इतना परफेक्ट नहीं है तो उसे शुरुआत में स्क्वाड में चुना ही क्यों गया था। इसका मतलब यह है कि टीम प्रबंधन को 12 में से 11 खिलाड़ी चुनने पड़ रहे थे। यह काफी शर्मनाक है। अगर ऑस्ट्रेलियाई सेलेक्टर्स में थोड़ा बहुत भी सेंस बाकी रहता है तो वह अहमदाबाद टेस्ट जीत भी जाए उसके बाद अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”