छत्तीसगढ़

आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना, कहा- शिंदे गुट को शिवसेना के रूप में मान्यता लोकतंत्र के लिए खतरनाक

मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग की निंदा करते हुए रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शिवसेना के रूप में मान्यता देने और उसे तीर-कमान चुनाव चिह्न आवंटित करने का उसका फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि इस समय CM का मतलब करप्ट मैन है। उन्होंने कहा कि अवैध और असंवैधानिक मुख्यमंत्री को निश्चित रूप से जाना होगा।

आदित्य ठाकरे ने उत्तरी मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शिवसेना के रूप में मान्यता देने और उसे तीर-कमान चुनाव चिह्न आवंटित करने का निर्वाचन आयोग का फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) को आवंटित मशाल का चिह्न एकमात्र ऐसा प्रकाश है, जो विश्वासघात और पीठ में छुरा घोंपने से हुए अंधेरे को मिटाएगा।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की होगी जीत

उन्होंने कहा कि शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों ने उस सरकार को गिराने का गंदा काम किया जिसने सत्ता में रहते हुए कोरोना महामारी से निपटने और चक्रवात एवं बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों की कठिनाइयों को दूर करने का अच्छा काम किया था। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जब भी मुंबई निकाय चुनाव होंगे, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की जीत होगी।

40 विधायकों ने दिया घोखा

ठाकरे ने कहा कि शिंदे खेमे में शामिल होने वाले 40 विधायकों में से किसी ने भी स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा है कि उन्होंने ऐसा करने के लिए पैसे नहीं लिए हैं। ठाकरे खेमे ने आरोप लगाया है कि विद्रोही विधायकों ने शिंदे खेमे में अपनी वफादारी बदल ली। उन्होंने पूछा की 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे को धोखा दिया। वे लोगों और राज्य के प्रति सच्चे कैसे रह सकते हैं।