नई दिल्ली। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने भाई शमसुद्दीन और एक्स वाइफ अंजना पांडे के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। नवाजुद्दीन ने उनके द्वारा किए गए भ्रामक दावों के कारण मानहानि और उत्पीड़न के लिए हर्जाने के रूप में 100 करोड़ रुपये की मांग की है। एडवोकेट सुनील कुमार ने नवाज की तरफ से याचिका दायर की है और अब इसकी सुनवाई 30 मार्च को होगी।
दायर की गई याचिका में अपील की गई है कि नवाज के भाई और पत्नी को उनके बारे में झूठी खबरें फैलाने से रोका जाए। सिद्दीकी ने प्रार्थना की कि उनके भाई और पूर्व पत्नी को निर्देश दिया जाए कि वे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी मानहानिकारक सामग्री को प्रकाशित न करें और अपने सोशल प्लेटफॉर्म पर उनके द्वारा लगाए गए अपमानजनक आरोपों को वापस लें। नवाज ने उन्हें बदनाम करने के लिए लिखित सार्वजनिक माफी भी मांगी है।
नवाज ने यह भी प्रार्थना की है कि अदालत दोनों को उन लोगों के बारे में खुलासा करने का निर्देश दे, जिनसे उन्होंने झूठी और दुर्भावनापूर्ण जानकारी देने के लिए संपर्क किया है। दलील में कहा गया है कि खुलासे के बाद, दोनों को किसी भी तरीके से अपनी संपत्ति का निपटान करने या उससे निपटने से रोका जा सकता है, विशेष रूप से जो सिद्दीकी को हुए नुकसान या अन्य आर्थिक उपायों की वसूली से प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है।
नवाज के कई परिवार, दोस्तों और जानने वालों ने उन्हें बताया कि उनके पास एक एक्टर बनने की पर्सनैलिटी नहीं है, लेकिन वो बन गए। 2008 में, जब उनके भाई शमसुद्दीन ने उन्हें बताया कि वह बेरोजगार हैं, तो सिद्दीकी ने उन्हें सहारा दिया। उन्हें अपना प्रबंधक नियुक्त किया, जिनके पास ऑडिटिंग, आयकर रिटर्न दाखिल करना, जीएसटी का भुगतान और कर्तव्यों आदि का काम भी था।
शमसुद्दीन को सभी जिम्मेदारियां को अपने भाई को दे दिया और खुद फिल्मों पर ध्यान दिया। नवाज ने कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम, हस्ताक्षरित चेक बुक, बैंक पासवर्ड, ईमेल पता और सब कुछ अपने भाई के दे दिया। इसके बाद भाई ने उन्हें धोखा देना शुरू कर दिया। उनके पैसों का बड़ा घपला भी किया।