नई दिल्ली: कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने रिटायर जजों पर की गई टिप्पणी पर हुई आलोचना के कुछ दिनों बाद शनिवार को खुद का समर्थन करने संबंधी एक बयान ट्विटर पर साझा किया। रिजिजू की टिप्पणी के लिए वकीलों के एक समूह की ओर से उनकी आलोचना की गई थी। रिजिजू ने संकेत गुप्ता के एक ट्वीट को रीट्वीट किया। गुप्ता ने ट्विटर पर खुद को सुप्रीम कोर्ट का अधिवक्ता बताया है।
गुप्ता ने बयान साझा करते हुए कहा कि हम माननीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू सर द्वारा दिए गए बयान का समर्थन करते हैं। कृपया इसे प्रचारित करें।
बयान में कहा गया है हम, अधोहस्ताक्षरी, कानूनी पेशे के नियमित और सक्रिय पेशेवर हैं। हमने मीडिया में आने वाली खबरों को पढ़ा है और कुछ वकीलों ने एक बयान जारी कर रिजिजू की उन टिप्पणियों की निंदा की है कि तीन-चार सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत विरोधी बयान दे रहे हैं।
गौरतलब है कि रिजिजू ने 18 मार्च को दावा किया था कि भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा बन चुके कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश और कुछ कार्यकर्ता कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे 62 वरिष्ठ अधिवक्ताओं सहित 300 से अधिक वकीलों ने रिजिजू की टिप्पणियों की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था।