छत्तीसगढ़

मिलिए दुनिया की सबसे खूबसूरत मुर्गी से, तोते जैसी चोंच और रंगीन पंखों से जीता ब्यूटी कॉन्टेस्ट

नई दिल्ली। आपने बहुत से ब्यूटी कॉन्टेस्ट के बारे में सुना होगा. कॉलेज लेवल से लेकर वर्ल्ड लेवल तक दुनिया भर की लड़कियां ऐसे कॉन्टेस्ट का हिस्सा होती हैं. लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि किसी मुर्गी ने सौन्दर्य प्रतियोगिता जीती हो? नहीं सुना तो आंध्र प्रदेश की इस मुर्गी के बारे में जान लीजिए. 

ये है दुनिया की सबसे खूबसूरत मुर्गी 

आंध्र प्रदेश के दूर दराज के गांव की एक मुर्गी ने हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की सौंदर्य प्रतियोगिता में चौथा स्थान पाकर सबको हैरान कर दिया है. दरअसल, इस मुर्गी को इतना सुंदर बनाने का श्रेय बाप-बेटे की एक जोड़ी को जाता है. ये जोड़ी सिर्फ सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भेजने के लिए मुर्गियों का पालन करते हैं. ये मुर्गियां तोते जैसी चोंच वाली होती हैं. सुंदर मुर्गियों के इस फार्म को ये बाप-बेटा अपनी आजीविका के तौर पर पिछले चार साल से चला रहे हैं. 

सय्यद के आइडिया का है कमाल 

सय्यद बाशा नामक ये शख्स प्रकाशम ज़िले के कोमरोलू मंडल के रजुपलेम गांव के रहने वाला है. तोते जैसी चोंच वाली ये मुर्गियों अधिकतर तमिलनाडु और केरल में पाई जाती हैं. जब बाशा को इन मुर्गियों के बारे में पता चला तो उन्होंने इसे पालने का फैसला किया. उन्होंने अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने की मंशा से ये काम शुरू किया था. वह अपने पिता के साथ इन मुर्गियों के पालन में लग गए. इन मुर्गियों के बारे में यह कहा जाता है कि ये दुनिया की सबसे खूबसूरत मुर्गियां होती हैं.

एक रिपोर्ट के अनुसार सय्यद बाशा का कहना है कि तोता-चोंच वाली मुर्गियों को पालना और उन्हें सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए तैयार करना बहुत ही कठिन काम है. इन मुर्गियों के लिए विशेष तरह के खाने की जरूरत होती है, जिससे इन्हें जरूरी पोषक तत्व मिल सकें.

पाल रहे हैं ऐसी 50 मुर्गियां  

बाशा ने कहा कि सौंदर्य प्रतियोगिताओं में मुर्गियों को उनके आकार-प्रकार, उनके पंखों की चमक और उनके रंगों के आधार पर विजेता घोषित किया जाता है. बाशा के अनुसार ऐसे सौंदर्य प्रतियोगिताओं में मुर्गियों का प्रवेश पाना मुश्किल होता है लेकिन उनकी एक मुर्गी ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में चौथा स्थान प्राप्त किया है. यह प्रतियोगिता 29 जनवरी को अनंतपुर के धर्मावरम में आयोजित हुई और उसे पुरस्कार और प्रशस्ति प्रमाणपत्र मिला.

बता दें कि सय्यद बाशा 50 मुर्गियों का पालन कर रहे हैं. उनके अनुसार, वह इसे अपनी उपलब्धि मानते हैं और उन्हें इस पर नाज़ है. वे अब अपनी मुर्गियों को तमिलनाडु में होने वाली सौंदर्य प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए तैयार कर रहे हैं.