नईदिल्ली : एक बार फिर कोरोना की बढ़ती रफ्तार लोगों में डर पैदा कर रही है। भारत में भी बीते कुछ दिनों से लगातार तीन हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं सोमवार को भारत एक बार फिर से दुनिया उन पांच देशों में शामिल हो गया है, जहां इन दिनों सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसमें उसने अपनी कोविड वैक्सीन कोवोवैक्स को वयस्कों के लिए विषम बूस्टर खुराक के रूप में कोविन पोर्टल में शामिल करने की मांग की है। आधिकारिक सूत्रों ने इस बारे में जानकारी दी। गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट ने इससे पहले भी इसकी मांग की थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह पत्र 27 मार्च को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने लिखा था। वहीं, बीते महीने डॉ. एन के अरोड़ा की अध्यक्षता वाले कोविड-19 वर्किंग ग्रुप ने भी स्वास्थ्य मंत्रालय से CoWIN पोर्टल पर कोवोवैक्स को शामिल करने की सिफारिश की थी।
इससे पहले केंद्रीय दवा नियामक प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने कोवोवैक्स को बाजार में उतारने की सिफारिश की थी। गौरतलब है कि कोवोवैक्स को उन वयस्कों को विषम बूस्टर खुराक के रूप में दिया जाएगा, जिन्हें कोविशील्ड या कोवाक्सिन की दो खुराक दी गई हैं।
16 जनवरी को कोवोवैक्स ने बाजार में उतारने के लिए किया था अनुमोदित
इससे पहले ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 16 जनवरी को कोवोवैक्स के लिए बाजार प्राधिकरण को वयस्कों के लिए एक विषम बूस्टर खुराक के रूप में अनुमोदित किया था। जिन्हें कोविशील्ड या कोवाक्सिन की दो खुराक दी गई हैं। डीसीजीआई की मंजूरी केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की सिफारिशों पर आधारित थी। साथ ही, कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) द्वारा अनुमोदित किया गया है।
DCGI ने 28 दिसंबर 2021 को वयस्कों के लिए आपातकालीन स्थितियों में शर्तों के साथ उपयोग के लिए मंजूरी दी थी। इसके बाद कुछ शर्तों के साथ 9 मार्च 2022 को 12-17 आयु वर्ग के लिए और 28 जून 2022 को 7-11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी गई थी।
सीरम इंस्टीट्यूट और नोवावैक्स के सहयोग से निर्मित हुई है कोवोवैक्स
कोवोवैक्स को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा नोवावैक्स से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से निर्मित किया जाता है। इसे सशर्त विपणन प्राधिकरण के लिए यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा अनुमोदित किया गया है। इसे 17 दिसंबर 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा आपातकालीन-उपयोग सूची में शामिल किया गया था। अगस्त 2020 में यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता नोवावैक्स इंक ने भारत और निम्न-मध्यम-आय वाले देशों में अपने कोरोना वैक्सीन उम्मीदवार NVX-CoV2373 के विकास और व्यावसायीकरण के लिए SII के साथ एक लाइसेंस समझौते की घोषणा की थी।
देश में बढ़ने लगी कोरोना की रफ्तार
देश में आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 24 घंटे के अंदर देश में कोरोना के रिकॉर्ड केस बढ़े हैं। इस बीच, 3,641 लोग पॉजिटिव पाए गए। इसी के साथ सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 20 हजार 219 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार को संक्रमण की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें चार केरल, तीन महाराष्ट्र और दिल्ली, कर्नाटक और राजस्थान से एक-एक मौतें शामिल हैं। इसी के साथ कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर पांच लाख 30 हजार 892 हो गई है I