छत्तीसगढ़

जेल की कहानी सिद्धू की जुबानी! 2000 में मिलता है 10 रुपये का जर्दा… गैंगस्टरों के पास 5G फोन

नईदिल्ली : पटियाला की जेल में करीब 10 महीने बिताने के बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू 1 अप्रैल को रिहा हो गए थे. जेल से रिहा होने के बाद से ही वह काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं और केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमला बोले हुए हैं. उन्होंने जेल व्यवस्थाओं और वहां की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए और बताया कि किस तरह पंजाब की जेलों में काम होता है. 

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब की जेलों में 10 रुपये के जर्दा का पैकेट 2000 रुपये में बेचा जा रहा है. इतना ही नहीं, जेलों में लगे जैमर की तकनीक भी पूरी तरह से पुरानी हो चुकी है. उनका कहना है कि जेल में 2G जैमर लगाए गए हैं और दूसरी तरफ गैंगस्टरों के पास 5G फोन हैं. सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जेलों की स्थिति बेहद खराब है. हर तरह से लापरवाही दिखाई पड़ती है.

‘रिहाई में भी देरी’

जेल से निकलने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है. पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश की जा रही है, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. अगर आप पंजाब को कमजोर करने की कोशिश करोगे तो आप खुद कमजोर हो जाओगे. उन्होंने कहा जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी वही संस्थाएं आज गुलाम बन गई हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें दोपहर के समय रिहा किया जाना था, लेकिन इसमें भी देरी की गई. 

10 महीने जेल में रहे नवजोत 

बता दें कि, क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में दोषी ठहराया गया था. इसी मामले को लेकर वह 10 महीने से जेल में बंद थे. कांग्रेस नेता 3 अप्रैल को मारे गए सिंगर सिद्धू मूसेवाला के घर उनके माता-पिता से मिलने गए थे. इसी दौरान उन्होंने जेल की स्थिति को लेकर बातचीत की.