कोरबा : छत्तीसगढ़ की कोरबा पुलिस ने एक शातिर ठग को रायपुर से गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी महज 12वीं पास है, लेकिन उसने प्रदेश के सात जिलों में लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। ठगी का शिकार होने वालों में ग्रामीणों से लेकर वकील व अन्य लोग भी शामिल हैं। आरोपी यूरेनियम डील का झांसा देकर लोगों को निवेश के लिए कहता। बताता कि एक साल मं करोड़पति बना दिया जाएगा। पुलिस ने आरोपी के पास से नौ थैलों में फर्जी आईडी कार्ड बरामद किए हैं। इसके अलावा तमाम दस्तावेज भी मिले हैं। आरोपी के तीन साथी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। मामला सीएसईबी चौकी क्षेत्र का है।
पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी बालको निवासी राजेंद्र दिव्य है। वही पूरे मामले का मास्टर माइंड भी है। छत्तीसगढ़ सरकार के लोगो का उपयोग करने के साथ आरोपियों ने साल 2016 से फर्जीवाड़ा करना शुरू किया था। पुलिस ने बताया कि कोरबा के ही रहने वाले ज्योति सोनी और नागेश्वर दास ने मामला दर्ज कराया था। इसमें बताया कि चार लोगों ने ज्योति से 1.35 लाख रुपये और नागेश्वर दास व उसके परिचितों से 55 लाख रुपए की ठगी की है। इन लोगों ने यूरेनियम में निवेश का झांसा दिया। विश्वास जताने के लिए सरकारी दस्तावेज भी दिखाए, लेकिन फिर कुछ मिला नहीं।
चौकी प्रभारी शिव कुमार धारी ने बताया कि शिकायत की जांच में पता चला कि गिरोह ने फर्जी सरकारी दस्तावेज तैयार किए। फिर यूरेनियम बेचे जाने के नाम पर एक-दो नहीं, बल्कि कई लोगों से ठगी की है। पुलिस ने फर्जी ग्रुप के डायरेक्टर राजेंद्र दिव्य को रायपुर से पकड़ा है। उसके पास से एक कार और दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके अलावा आरबीआई के फर्जी पत्र, नौ थैला भरकर फर्जी आईडी सहित अन्य सामान जब्त किया गया है। आरोपियों ने 10 हजार से अधिक लोगों को सदस्यता दिलाकर ठगी की है। आरोपियों ने कोरबा सहित प्रदेश के सात जिलों में लोगों से धोखाधड़ी की है।