बेंगलुरु । इसरो ने गुरुवार को कहा कि गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के तहत एल-110 जी इंजन का लंबी दूरी का परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरी के इसरो प्रोपल्सन कांप्लैक्स में 240 सेकंड में सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
यह गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए मील का पत्थर है। इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी परीक्षण पूरे हो गए हैं।मानव-रेटेड प्रक्षेपण यान (LVM3-G) दो एल110-जी विकास इंजन का उपयोग करता है। गगनयान के लिए एल 110 का डिजाइन और निर्माण लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर में किया गया।
”गगनयान मिशन के लिए अनुकूल है LVM3”इससे पहले एस सोमनाथ ने बताया था कि LVM3 रॉकेट में गगनयान मिशन के लिए आवश्यक लॉन्च के समान एस200 मोटर लगी है। इस मोटर को खास तरह से डिजाइन किया गया है, जो गगनयान कॉन्फ़िगरेशन के अनुकूल हैं।उन्होंने बताया था कि हमें खुशी है कि इस रॉकेट ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। मिशन कंट्रोल सेंटर में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए इसरो प्रमुख ने यह बात कही थी।
इसरो प्रमुख ने कहा था कि इस रॉकेट में और सुधार किए जाएंगे, ताकि मानव मिशन के लिए इसे अति उपयुक्त बनाया जा सके और प्रणाली को बेहतर किया जा सके।
मई 2023 में शुरू होगा गगनयान का पहला अबॉर्ट मानव मिशन
बता दें कि मिशन गगनयान को इसी साल मई में निर्धारित किया गया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि पहला परीक्षण रॉकेट मिशन, TV-D1 मई 2023 के लिए निर्धारित है, जिसके बाद 2024 की पहली तिमाही में दूसरा परीक्षण रॉकेट TV-D2 मिशन और गगनयान के प्रथम चालक दल रहित मिशन (LVM3-G1) आयोजित किये जाएंगे।