रायपुर : खुद को पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बताकर 16 लाख रुपए की ठगी करने वाले निलंबित आरक्षक को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर अपना शिकार बनाता था। इससे पहले भी वह जेल की हवा खा चुका है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र बताया जा रहा है।
रायपुर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली रीना सोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि निलंबित आरक्षक संजीव मिश्रा उसके ब्यूटी पार्लर में आना-जाना करता था। वह प्रार्थिया को नौकरी लगाने की झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। इस दौरान पुलिस विभाग और वन विभाग में भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था। जिसे दिखाकर आरोपी ने भर्ती कराने की बात कही।
आरोपी निलंबित आरक्षक
इस पर रीना सोनी ने परिजनों के नौकरी के लिए अपने परिचित के कमलेश चंद्र से 10 लाख रुपये, सागर ठाकुर से 3 लाख रुपये और विपिन सिंह से 3 लाख रुपये लेकर कुल 16 लाख रुपये लेकर कमलेश चंद्र और विक्की विश्वकर्मा के सामने निलंबित आरक्षक को दिए।
पहले भी काट चुका है जेल की सजा
भर्ती परिणाम आने पर आरोपी का फोन बंद मिला। फिर कुछ दिनों बाद काल करने पर आरोपी ने पैसा नहीं लौटने की बात कही और धमकी देते हुए कहा कि जो करना है कर लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जिस पर प्रार्थिया ने आरोपी संजीव मिश्रा के खिलाफ सिविल लाइन थाना में 216/2023 धारा 420 रिपोर्ट दर्ज कराई। बता दें आरोपी पुलिस विभाग आरक्षक है, जो वर्तमान में निलंबित है। आरोपी के विरूद्ध इसके पहले जिला रायपुर, नारायणपुर, बीजापुर और सुकमा में भी मामले दर्ज है। पुलिस द्रोह उद्दीपन और अपराधिक षडयंत्र के प्रकरण में जेल में रह चुका है।