प्रयागराज । प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद दोनों से जुड़ी तमाम तरह की बातें मीडिया में आग की तरह फैली हुई हैं। इसी क्रम में मंगलवार को एक घटना ऐसी घटी, जिसमें अतीक अहमद और उसके वकील का नाम जोड़ दिया गया। बताया गया कि अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्र के घर के बाहर बम से हमला हो गया, लेकिन जब मामले की जांच की गई तो सच्चाई सामने आई।
दरअसल, प्रयागराज के कटरा में गोबर गली में अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्रा के मकान के बाहर मंगलवार दोपहर बम धमाके हुए। दो अज्ञात लोगों ने वकील के घर के बाहर तीन बम पटके, जिनसे जोरदार धमाका हुआ। उस वक्त घर में वकील दयाशंकर नहीं थे।
बम हमले में घर को कोई नुकसान नहीं हुआ और न कोई घायल हुआ, लेकिन मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। बम विस्फोट से धुआं फैल गया। सड़क पर और वकील दयाशंकर के घर के अंदर बम से निकले छर्रे बिखर गए। यह खबर इंटरनेट पर आग की तरह फैल गई कि वकील दयाशंकर के घर पर बम से हमला हुआ है।
हमलावर के निशाने पर नहीं थे दयाशंकर
बता दें कि जिस मोहल्ले में दयाशंकर का घर है, उसी मोहल्ले में उनका एक पड़ोसी छोटू यादव रहता है। जब बम हमले की जांच की गई तो पता चला कि छोटू यादव से हर्षित सोनकर का रुपयों के लेन-देन का विवाद चल रहा है। पैसों के विवाद में हर्षित सोनकर ने छोटू यादव के घर पर किया झगड़ा और फिर बम पटकते हुए भागा था। दुर्भाग्यवश बम अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्र के घर के बाहर पटके गए।
दयाशंकर बोले- दहशत फैलाने का इरादा
वकील दयाशंकर मिश्र 13 अप्रैल को सीजेएम कोर्ट में अतीक अहमद की पेशी के दौरान पैरवी के लिए पहुंचे थे। वह लंबे समय से अतीक अहमद के मुकदमों की पैरवी कर रहे हैं। बम हमले की सूचना मिलने पर दयाशंकर ने मीडिया से कहा कि घर के बाहर बम पटकने के पीछे दहशत फैलाने का इरादा हो सकता है। बता दें कि बीते सोमवार को अतीक अहमद के एक वकील विजय मिश्रा ने भी अपनी जान को खतरा जताया था।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद इस बम धमाके से पुलिस के सामने शांति-व्यवस्था की चुनौती बढ़ गई है। हालांकि, मौके पर पुलिस फोर्स पहुंची और फोरेंसिक टीम को बुलाकर बम के अवशेष को जब्त किया। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की थी।