छत्तीसगढ़

पूरी रात सो नहीं पाया, हर पल लेता रहा अपडेट… अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी पर भगवंत मान ने थपथपाई पंजाब पुलिस की पीठ

चंडीगढ़: कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा जिले से रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। वह एक महीने से अधिक समय से फरार था। अमृतपाल की गिरफ्तारी पर मुख्‍यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब पुल‍िस को शाबाशी दी है। भगवंत मान ने कहा क‍ि 35 दिन हो गए थे। आज अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया। देश की शांति और कानून को बाधित करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं करेंगे। हम बदले की राजनीति नहीं करते हैं।

वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की गिरफतारी पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दावा करते हुए क‍ि मेरे पास कल रात पूरी सूचना आ गई थी। मैं पूरी रात नहीं सो पाया था। मैं हर 15-30 मिनट में जानकारी लेता रह रहा था क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि कोई कानून-व्यवस्था की स्थिति बन जाए।

इससे पहले आईजी सुखचैन सिंह गिल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पुलिसकर्मियों ने रोडे गांव में अमृतपाल को घेर लिया था। इससे उसके फरार होने की कोई गुंजाइश नहीं थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद 29 वर्षीय अमृतपाल को सुबह छह बजकर 45 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया गया। आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले रोडे गांव से था और अमृतपाल सिंह को पिछले साल इस गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख नियुक्त किया गया था।

गिल ने कहा क‍ि अमृतपाल को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। उन्होंने कहा क‍ि अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत वारंट जारी किए गए थे और आज सुबह इन्हें तामील किया गया। कानून अपना काम करेगा। पुलिस अधिकारी ने एक वीडियो में अमृतपाल की ओर से किए गए दावे को खारिज किया। सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल ने आत्मसमर्पण करने का दावा किया था।

गिल ने बताया कि पंजाब पुलिस को उसके रोडे गांव में होने का पता चला था और पुलिसकर्मियों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया था, जिससे उसके फरार होने की कोई गुंजाइश नहीं बची थी। उन्होंने कहा क‍ि अमृतसर पुलिस और पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई ने एक संयुक्त अभियान चलाया। पंजाब पुलिस को उसके रोडे गांव में होने का पता चला था। उसे चारों तरफ से घेर लिया गया था, पंजाब पुलिस ने गांव को घेर लिया था।

पुलिस ने बताया कि उसने गुरुद्वारे की पवित्रता बनाए रखने के लिए इसमें प्रवेश नहीं किया जहां अमृतपाल मौजूद था। अमृतपाल के आत्मसमर्पण करने की खबरों पर सवाल पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि यह बिलकुल साफ है कि उसे चारों तरफ से घेरने के बाद गिरफ्तार किया गया। गिल ने बताया कि अमृतपाल को यह संदेश दिया गया था कि उसके भागने की कोई गुंजाइश नहीं है।

उन्होंने कहा क‍ि जिस तरीके से पूरे अभियान की योजना बनाई गई, जिस तरह की ठोस सूचनाएं थीं, जिस तरीके से गांव को घेरा गया…गुरुद्वारे की पवित्रता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण था और वर्दी के साथ पुलिस अंदर नहीं जा सकती थी। जब उसे चारों तरफ से घेर लिया गया तो उसे यह पता चला जिसके बाद गिरफ्तारी संभव हुई। गिल ने बताया कि यह अभियान पिछले 35 दिन से चल रहा था।