छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : मैंने कभी न हां कहा और न कभी न, छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल सीएम रहने पर बोले टीएस सिंह देव

रायपुर : राजस्थान कांग्रेस में हलचल तेज है. सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. इसी तरह का संकट छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी देखने को मिल रहा है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंह देव की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ तनातनी की बातों को लेकर अपनी बात रखी है.

एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल मुख्मंत्री रहने की बात को लेकर न तो कभी हां कहा है और न कभी न. इसके अलावा उन्होंने साल 2018 में कांग्रेस की जीत के बाद क्या हुआ इसको लेकर बात रखी.

‘इतने बड़े बहुमत की नहीं थी उम्मीद’

उन्होंने कहा, “चुनाव के बाद कांग्रेस को बहुत बड़ा बहुमत मिल गया जो हमने भी नहीं सोचा था. इसके बाद 4 लोगों को दिल्ली में पार्टी हाईकमान बुलाती है. इसके बाद राहुल गांधी और सोनिया के साथ एक-एक करके सभी की मीटिंग हुई. जिस तरह से इंटरव्यू होता है, कुछ उसी तरह से. हमें बताया नहीं गया था कि किस चीज के लिए मीटिंग है. सब कुछ सरप्राइज था. अगले दिन सोनिया गांधी के साथ वन टू वन हुआ.”

‘राहुल गांधी ने पूछा आप नहीं तो कौन?’

टीएस सिंह देव आगे कहते हैं, “दोनों ने ही ये नहीं पूछा कि आप दूसरे नेताओं के बारे में क्या सोचते हैं. मीटिंग खत्म होने के बाद जब हम बाहर पहुंच गए तो राहुल गांधी ने पर्सनली आकर मुझसे पूछा कि आप नहीं तो कौन? इसके बाद मैंने उनसे कहा कि मैं सिर्फ अपने बारे में बता सकता हूं. मैंने न तो किसी पक्ष में और न किसी के खिलाफ बोला. इसके बाद घोषणा कर दी गई कि भूपेश बघेल मुख्यमंत्री रहेंगे.”

ढाई-ढाई साल की बात पर उन्होंने कहा, “ये बात मीडिया में उठी थी. जिस दिन भूपेश बघेल के नाम की घोषणा की गई तब कुछ मीडिया चैनल्स ने चलाया था कि तय ये हुआ है कि ढाई-ढाई साल सीएम रहेंगे और तब से लेकर अब तक ये बात सामने आती रहती है. इसको लेकर मैंने तो कभी न हां कहा और न कभी ना कहा.”