नई दिल्ली। धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स को राजस्थान रॉयल्स के हाथों 32 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी। गुरुवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान ने 202 रन का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में चेन्नई 170 रन ही बना सकी। हार के बाद धोनी ने जयपुर में वनडे मैच में खेली अपनी ऐतिहासिक पारी को याद किया।
मैच के बाद धोनी ने कहा, “लक्ष्य थोड़ा बड़ा था। पहले छह ओवर में बहुत रह दिए, लेकिन पिच उस समय बल्लेबाजी के लिए सबसे अच्छी थी। यहां तक की जब वह पारी समाप्त कर रहे थे तो भी गेंद एज लेकर बाउंड्री के लिए जा रही थी। हम रन नहीं रोक पाए। पथिराना महंगा साबित हुए, लेकिन उसने अच्छी गेंदबाजी की।”
जयपुर से जुड़ी याद को किया ताजा
यशस्वी की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा, “यशस्वी ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, गेंदबाजों का पीछा करना महत्वपूर्ण था, सोच-समझकर जोखिम लिया। हमारे गेंदबाजों के खिलाफ यह थोड़ा आसान था। क्योंकि हमें सही लेंथ का आकलन करना था। फिर भी यशस्वी ने अच्छी बल्लेबाजी की और अंत में जुरेल ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की।”
मेरे दिल के करीब है यह मैदान
जयपुर से जुड़ी याद ताजा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी ने कहा, “मुझे लगता है मैंने पहला वनडे शतक (वाइजैक) लगाने के लिए 10 मैच लिए, लेकिन इसी पिच पर मैंने श्रीलंका के खिलाफ 183 रन बनाए। जिसने एक साल के लिए मेरे करियर को बदल दिया। इसलिए यह मैदान मेरे दिल के बहुत करीब है।”