छत्तीसगढ़

पत्नी और बेटी की हत्या कर दी जान: गूगल पर सर्च किया था फंदे में गांठ लगाने का तरीका, कत्ल करते समय चीखें न…

नईदिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां शाहदरा की ज्योति कॉलोनी में मंगलवार दोपहर दिल दहला देने वाली घटना हुई। विनोद नगर मेट्रो डिपो में मेंटेनेंस सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत एक शख्स ने पत्नी, बेटी और बेटे को चाकू मारने के बाद खुद फंदे पर लटककर जान दे दी। पत्नी और बेटी की मौत हो चुकी है, जबकि अस्पताल में भर्ती बेटे की हालत गंभीर है।

पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन शुरुआती जांच में कर्ज से परेशान होकर कदम उठाने की बात सामने आई है। पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान सुशील (43), पत्नी अनुराधा, 6 साल की बेटी अदिति के रूप में हुई। घायल बेटे की पहचान 13 साल के युवराज के रूप में हुई है।

मंगलवार दोपहर करीब 12:04 बजे पुलिस को एक शख्स ने फोन कर बताया कि सुशील कार्यालय में नहीं आया है। उसने सुशील को फोन किया था तो वह काफी रो रहा था। उसने कहा कि पूरे परिवार की हत्या कर दी है और खुदकुशी कर रहा है। इसके बाद से वह फोन नहीं उठा रहा है। 

सूचना मिलते ही शाहदरा थाने की पुलिस दूसरी मंजिल पर पहुंची। दूसरी मंजिल की सीढ़ी पर गेट बंद था जिसे पुलिस ने तोड़ा और अंदर गई। पहले कमरे में अनुराधा का शव पड़ा था। उसके गले को चाकू से रेता गया था। दूसरे कमरे में सुशील पंखे से लटका हुआ मिला और खून से लथपथ बेटी और बेटा बिस्तर पर पड़े था। बेटे की सांस चल रही थी तो उसे पास के अस्पताल पहुंचाया गया।

गूगल पर सर्च किया था फंदे में गांठ लगाने का तरीका
छानबीन के दौरान पुलिस ने देखा कि जिस कमरे में सुशील ने फंदा लगाया था उसमें लैपटॉप खुला हुआ है। लैपटॉप पर गूगल में फंदे में गांठ लगाने के तरीका को सर्च किया गया था। 

कत्ल से पहले जहरीला पदार्थ देने की आशंका
पुलिस ने आशंका जताई है कि हत्या करने से पहले सुशील ने परिवार के सदस्यों को कोई जहरीला पदार्थ दिया होगा, क्योंकि हत्या के दौरान उस मकान में रहने वाले व आसपास के लोगों ने कोई चीख पुकार नहीं सुनाई नहीं दी। पुलिस इसी मकान में रहने वाले सुशील के भाई और परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। हालांकि, शुरुआती पूछताछ में कर्ज से परेशान होकर कदम उठाने की बात सामने आई है।

दो साल पहले कोरोना में भाई और भाभी की हुई थी मौत
पुलिस को जांच में पता चला कि जिस मकान में सुशील दूसरी मंजिल पर रहता था, उसी मकान के भूतल और पहली मंजिल पर दो बड़े भाई परिवार के साथ रहते हैं। डेढ़ सौ गज में बने मकान के भूतल पर सुशील के सबसे बड़े भाई अनिल का परिवार रहता है।

अनिल की साल 2021 में 9 अप्रैल को कोरोना से मौत हो गई थी। दो दिन बाद ही पत्नी सुनीता की भी मौत हो गई थी। उनके दो बच्चे 20 साल की मोनिका और 21 साल का बेटा तुषार यहीं रहते हैं। पहली मंजिल पर भाई सुनील पत्नी श्यामवाला, बेटा रियांश और बेटी कृष्णा के साथ रहते हैं। सुनील बीमा करते हैं।

काफी मिलनसार था सुशील
पड़ोसियों का कहना है कि सुशील काफी मिलनसार था और परिवार की काफी देखभाल करता था। उसे कभी झगड़ा करते हुए नहीं देखा था। वह शाम को अपने बच्चों को घुमाने ले जाता था। 8 फरवरी को उसने बेटे और 18 अप्रैल को पत्नी का जन्मदिन मनाया था। ऐसी घटना को वह अंजाम दे देगा, यह उन लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।