नई दिल्ली । नीति आयोग की आठवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक का आज 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बहिष्कार किया। विपक्षी पार्टियों के मुख्यमंत्रियों के इस फैसले पर भाजपा पर जमकर हमला बोला है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्षी नेता मोदी विरोध के चलते राज्य की जनता का नुकसान करने पर लगे हैं।
राज्यों के ‘विकास का बहिष्कार’ कर रहे सीएम
भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जिन्होंने नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक को छोड़ने का फैसला किया है, वे अपने राज्यों के “विकास का बहिष्कार” कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गवर्निंग काउंसिल की बैठक (जीसीएम) में 100 से अधिक मुद्दों पर चर्चा होती है और जिन राज्यों का प्रतिनिधित्व नहीं होगा उसकी जनता को नुकसान होगा।
जनता का अहित क्यों कर रहे हैं विपक्षी नेता?
रविशंकर ने कहा- नीति आयोग देश के विकास और योजनाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस बैठक में जो मुख्यमंत्री नहीं आए हैं वो अपने प्रदेश की जनता की आवाज यहां तक नहीं ला रहे हैं। गवर्निंग काउन्सिल की बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होती है, महत्वपूर्ण फैसले होते हैं और उसके बाद ये फैसले जमीन पर लागू होते हैं। बावजूद इसके भी ये मुख्यमंत्री क्यों नहीं आ रहे? मोदी विरोध में आप कहां तक जाएंगे? ये मुख्यमंत्री अपने प्रदेश की जनता का अहित क्यों कर रहे हैं?
इन मुख्यमंत्रियों ने किया बहिष्कार
नीति आयोग की बैठक का जिन 8 मुख्यमंत्रियों ने बहिष्कार किया है उनमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तेलंगाना के सीएम केसीआर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया शामिल हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने काफी उहापोह के बाद शुक्रवार देर रात बैठक में आने का फैसला किया।