नईदिल्ली : भारत के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे साल 2022 की शुरुआत में जब टेस्ट टीम से बाहर हुए तो वह काफी दबाव में थे। उनका आईपीएल 2022 में भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। रहाणे को कोलकाता नाइटराइडर्स ने भी टीम से बाहर कर दिया था। आईपीएल में उन्होंने अपना बेस प्राइस घटाया और 50 लाख के ग्रुप में खुद को शामिल किया। जब आईपीएल के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई तो रहाणे पर चेन्नई सुपरकिंग्स के अलावा किसी ने बोली नहीं लगाई। सीएसके ने उन्हें 50 लाख रुपये में खरीद लिया।
रहाणे के लिए चेन्नई ने नीलामी से पहले ही प्लान बना लिया था। टीम के सीईओ काशी विश्वानाथन की इस बारे में कोच स्टीफन फ्लेमिंग और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बात भी हुई थी। रहाणे के साथ फ्लेमिंग राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स में काम कर चुके थे। वह उनके अनुशासन के फैन थे। वहीं, धोनी की कप्तानी में रहाणे ने टीम इंडिया में काफी खेला था। कोच और कप्तान की जोड़ी को रहाणे पसंद थे।
चेन्नई को नहीं थी यह उम्मीद
चेन्नई को उम्मीद थी कि रहाणे 50 लाख रुपये से ज्यादा में बिकेंगे। इसके लिए फ्रेंचाइजी ने तैयारी भी कर ली थी। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। रहाणे के लिए चेन्नई के अलावा किसी ने बोली ही नहीं लगाई। चेन्नई सुपरकिंग्स ने रहाणे को 50 लाख रुपये में ही खरीद लिया। मुंबई इंडियंस के खिलाफ रहाणे को खेलने का मौका मिला। उन्हें टॉस से कुछ समय पहले तक पता नहीं था कि वह प्लेइंग इलेवन में है। बेन स्टोक्स और मोईन अली के चोटिल होने के बाद टीम को एक अनुभवी खिलाड़ी की आवश्यकता थी। रहाणे को मौका मिला और उन्होंने मौके पर चौका मार दिया।
मुंबई के खिलाफ पारी ने सब कुछ बदला
रहाणे ने मुंबई के खिलाफ 27 गेंद पर 61 रन की पारी खेली। यह उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उन्होंने 2020 के बाद आईपीएल में अर्धशतक लगाया। इस पारी के बाद अचानक से रहाणे को टीम इंडिया में लेने की बात होने लगी। हालांकि, सिर्फ यही पारी इसके पीछे वजह नहीं थी। रहाणे ने रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया था। रहाणे ने मुंबई के लिए दो शतकों की मदद से 57.63 की औसत से 634 रन बनाए थे।
रहाणे को मिली खुलकर खेलने की सलाह
चेन्नई सुपरकिंग्स के कैंप में धोनी के अलावा कोच स्टीफन फ्लेमिंग और बल्लेबाज कोच माइकल हसी ने रहाणे की बल्लेबाजी पर काम किया। रहाणे को खुलकर खेलने की सलाह दी और हमेशा तैयार रहने के लिए कहा। रहाणे ने इस सीजन में 32.60 की औसत 326 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 170 से ज्यादा का रहा। रहाणे ने फाइनल में गुजरात के खिलाफ 13 गेंद पर 27 रन बनाए। उन्होंने दो चौके और दो छक्के लगाए। उनकी पारी ने चेन्नई को जीत के करीब पहुंचा दिया।
रहाणे ने धोनी को कहा शुक्रिया
चैंपियन बनने के बाद रहाणे ने कहा, ”मैं सीएसके मैनजमेंट और माही भाई (धोनी) को धन्यवाद कहना चाहूंगा। उन्होंने कहा था कि वो हमेशा मेरा समर्थन करेंगे। उन्होंने सीजन से पहले मुझे मेरा रोल समझा दिया था। सीएसके ने जो आजादी दी है वह बहुत बड़ी बात है। मैं अपनी बल्लेबाजी को लेकर काफी खुश हूं।” धोनी ने भी रहाणे की तारीफ की। उन्होंने कहा, ”अजिंक्य जैसे खिलाड़ी को समझाना नहीं पड़ता। वह काफी अनुभवी हैं।’
शिवम दुबे बने चेन्नई के नए सिक्सर किंग
रहाणे के अलावा एक और खिलाड़ी ने सबका दिल जीता। उसका नाम शिवम दुबे है। दुबे ने इस सीजन में लंबे-लंबे छक्के लगाए। उन्होंने कुल 35 छक्के लगाए। वह किसी एक सीजन में चेन्नई के लिए सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में शीर्ष पर पहुंच गए। दुबे ने पूर्व दिग्गज शेन वॉटसन की बराबरी कर ली। वॉटसन ने 2018 में 35 छक्के लगाए थे। दुबे चेन्नई के नए सिक्सर किंग बन गए।
शिवम दुबे पर धोनी को काफी विश्वास
शिवम दुबे चेन्नई से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स की टीम में भी शामिल थे। दुबे को चेन्नई की तरह खुलकर खेलने की आजादी कहीं नहीं मिली। दुबे के ऊपर धोनी को काफी विश्वास था। चेन्नई के कप्तान ने हमेशा कहा कि दुबे अगर खुलकर खेलते हैं तो मैच का रुख बदल देते हैं। वह लंबे-लंबे छक्के लगाकर दूसरी टीम को दबाव में ला सकते हैं। अपने कप्तान की बात को शिवम दुबे ने हमेशा सही साबित किया। उन्होंने फाइनल में भी महत्वपूर्ण पारी खेली। दुबे 21 गेंद पर 32 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने दो छक्के लगाए।