नई दिल्ली । भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला पहलवान बालिग निकली। रोहतक स्थित महिला पहलवान के स्कूल से बरामद जन्म प्रमाण के आधार पर उसके बालिग होने की पुष्टि हो गई है।
कनाट प्लेस थाने को दी शिकायत में महिला पहलवान ने कहा था कि जिस दौरान बृजभूषण ने उसके साथ यौन शोषण किया उस दौरान वह नाबालिग थी।
उसकी शिकायत पर पुलिस ने यौन शोषण व पाक्सो की धाराओं में एक अलग मुकदमा दर्ज कर लिया था। मामले की जांच के दौरान रोहतक के स्कूल से मिले जन्म प्रमाण पत्र से उसके बालिग होने की पुष्टि हुई।
अब मुकदमे से हटेगी पाक्सो की धारा
अब पुलिस मुकदमे से पाक्सो की धारा हटा देगी और केवल यौन शोषण माले की जांच की जाएगी। शिकायतकर्ता महिला पहलवान के बालिग होने से बृजभूषण को बड़ी राहत मिल गई है।
जंतर-मंतर पर धरना देने वाले पहलवान पिछले एक माह से अधिक समय से पुलिस पर अलग-अलग तरह से दबाव बना लगातार बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। लेकिन अब पुलिस को बृजभूषण को गिरफ्तार कर पाना मुश्किल हो सकता है।
23 अप्रैल को महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ दी थी शिकायत
इस तरह का मामला सामने आने पर केस में नया मोड़ आ गया है। एक माह से अधिक समय से जंतर-मंतर पर आंदोलन कर रहे पहलवानों को इससे बड़ा झटका लग सकता है।
बहुचर्चित इस मामले में दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी अधिकारिक तौर पर कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन मुख्यालय सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। 23 अप्रैल को सात महिला पहलवानों ने कनाट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ अलग-अलग सात शिकायतें दी थीं।
शिकायतों में पहलवानों ने करीब 10 साल के दौरान उनके साथ किए गए यौन शोषण का आरोप लगाया था। काफी पुराना मामला होने के कारण पुलिस पहले मामले की जांच करना चाही।
लेकिन 28 अप्रैल को पहलवानों ने जब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश देने की गुहार लगाई तब पुलिस ने दबाव में आकर कोर्ट को बताया कि पहलवानों की शिकायतों पर एफआइआर दर्ज की जा रही है।
एक पीड़िता द्वारा खुद को नाबालिग बताने पर उसकी शिकायत पर छेड़खानी व पाक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। बाकी छह पहलवानों की शिकायतों पर संयुक्त रूप से छेड़खानी करने की धारा में दूसरी एफआइआर दर्ज की गई।
नाबालिग बताने वाली पहलवान को दी गई थी विशेष सुरक्षा
मुकदमा दर्ज करने के साथ ही कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने सभी सातों पीड़ित पहलवानों को अगले दिन से पुलिस सुरक्षा भी मुहैया करा दी थी। छह बालिग पहलवानों को राउंड द क्लाक एक-एक पुलिसकर्मी की सुरक्षा मुहैया कराई गई। नाबालिग बताने वाली पहलवान को विशेष सुरक्षा मुहैया कराई गई।
दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट से उसे सुरक्षा मुहैया कराई गई जो पीड़िता के साथ एक अलग निजी वाहन में सवार होकर उसके वाहन के साथ चलते हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि अब उसे भी सामान्य सुरक्षा दी जाएगी।