अयोध्या : एक तरफ फिल्म आदिपुरुष के संवाद और पात्रों को लेकर विरोध हो रहा है तो वहीं अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी राजू दास ने फिल्म के पक्ष में बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग ही फिल्म का विरोध कर रहे हैं।
राजू दास ने कहा कि फिल्म को लेकर वामपंथी गैंग, टुकड़े-टुकड़े गैंग, देश और रामचरितमानस को न मानने वाले ट्वीट कर रहे हैं कि कहां गए आतंकी राजू दास? कल तक सिर तन से जुदा करने की बात करने वाले राजू दास आज चुप क्यों हैं?
राजू दास ने पौने दो मिनट का वीडियो जारी कर कहा कि आज आदिपुरुष का विरोध करने वाले तब कहां थे जब मां काली के मुख में सिगरेट दिखाई जाती थी। मैं मानता हूं कि फिल्म में कुछ संवाद ऐसे हैं, जो ठीक नही हैं लेकिन संवाद लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने उसमें सुधार करने के लिए कहा है। मैं पूछना चाहता हूं कि वे कब माफी मांगेंगे जो राम को काल्पनिक बताते थे, साधु-संतों को तालिबानी बताते थे, रामायण जलाते थे। उन्होंने दर्शकों से अपील की कि वे इस फिल्म के रूप में जरूर देखें।
मुंतशिर की माफी स्वीकार नहीं
आदिपुरुष के संवादों को लेकर अयोध्या में हनुमत निवास के महंत डॉ. मिथिलेश नंदिनी शरण ने मनोज मुंतशिर की माफी को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि सहानुभूति का नाटक बंद कर अपराध स्वीकार करना सीखें। कहा कि युगों-युगों तक जिनको मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में पूजा गया, उनके चरित्र को हॉलीवुड की घटिया प्रतिकृति बनाते हुए वे हिचके नहीं।
कहा कि जिन हनुमान को पीढि़यां ‘बुद्धिमतां वरिष्ठम्’ कहती आ रही हैं। उनके संवाद को बेवड़ों की भाषा देते हुए आपका सनातन-बोध जागा नहीं। मुंतशिर अब भी अपने पक्ष में अनगिनत तर्क दे रहे हैं। ये तर्क कहां देना चाहेंगे, ट्वीट पर या कहीं और…संत समाज तैयार है।