नईदिल्ली : भारतीय टीम आज उसी कगार पर है जहां वह 2011 में थी। तब विश्व कप के बाद टीम के कई खिलाड़ी बाहर होने वाले थे। महेंद्र सिंह धोनी के सामने वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह, गौतम गंभीर, जहीर खान, आशीष नेहरा जैसे खिलाड़ियों के विकल्प तलाशने की चुनौती थी। धोनी ने धीरे-धीरे एक नई टीम खड़ी कर दी। अब बीसीसीआई के सामने ठीक वही चुनौती है। कई खिलाड़ी संन्यास लेने वाले हैं तो कुछ बाहर होने के कगार पर हैं।
लगातार दो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में हार के बाद कई खिलाड़ियों पर दबाव है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का अगला फाइनल 2025 में होना है। तब तक रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन 38-38 साल के हो जाएंगे। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे 37-37 साल के रहेंगे। वहीं, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की उम्र 36-36 साल होगी। मोहम्मद शमी 34 वर्ष के हो जाएंगे। यह भारतीय प्लेइंग-11 के आधे से अधिक खिलाड़ी हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह कि इन खिलाड़ियों के साथ भारतीय टीम कब तक खेलेगी? टीम इन्हीं के साथ खेलेगी या नए खिलाड़ियों को मौके मिलेंगे? आखिर रोहित शर्मा कब तक टीम इंडिया के कप्तान रहेंगे? मध्यक्रम में क्या-क्या बदलाव होंगे और गेंदबाजी में कौन जिम्मेदारी संभालेगा?
टेस्ट में रोहित और कोहली का क्या है भविष्य?
कोहली के नाम 8479 रन हैं। उन्हें 10 हजार रन पूरे करने के लिए 1521 रन बनाने हैं। विराट इसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के आगामी संस्करण में पूरा कर सकते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या वह 2025 के बाद टेस्ट खेलेंगे। उन्होंने चौथे नंबर पर सचिन तेंदुलकर की जगह ली। अब कोहली की जगह मध्यक्रम में कौन ले सकता है? उनकी जगह लेने के लिए श्रेयस अय्यर बड़े दावेदार हैं। बस उन्हें इसके लिए अपनी फिटनेस ठीक रखनी होगी। वह पिछले कुछ महीनों से चोटिल हैं और अभी वापसी में समय लग सकता है। जहां तक रोहित की बात है तो उन्होंने हाल ही में 50वां टेस्ट खेला है। उनकी फिटनेस आगामी सालों में बड़ी समस्या बन सकती है। चयनकर्ताओं का मानना है कि रोहित को लंबे समय तक खेलने के लिए किसी एक फॉर्मेट को छोड़ा होगा। ऐसे में हिटमैन टी20 को छोड़कर टेस्ट और वनडे में अपना करियर लंबा खींच सकते हैं।
कौन होगा भारत का अगला कप्तान?
रोहित शर्मा को विराट कोहली के बाद टेस्ट का कप्तान बनाया गया। वह वनडे और टी20 में भी टीम के कप्तान हैं। टी20 में उनका रिप्लेसमेंट तैयार है। गुजरात टाइटंस को आईपीएल में सफलता दिलाने वाले हार्दिक पांड्या भारत के अगले टी20 कप्तान हो सकते हैं। उन्होंने कुछ मैचों में कमान संभाली है। वनडे में भी वही सबसे आगे हैं, लेकिन टेस्ट में भारत को किसी मजबूत खिलाड़ी की तलाश है। कार दुर्घटना से पहले ऋषभ पंत विकल्प थे। शुभमन गिल दावेदार हैं, लेकिन विदेशों में अभी उनकी परीक्षा बाकी है। 2022 एजबेस्टन टेस्ट में कप्तानी करने वाले जसप्रीत बुमराह सबसे मजबूत दावेदार थे, लेकिन वह फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं, कुछ मैचों में कप्तानी करने वाले केएल राहुल खराब फॉर्म और फिटनेस की समस्या से परेशान है। ऐसे में चयनकर्ताओं को कप्तानी को लेकर काफी विचार करना होगा।
पुजारा और रहाणे कब तक खेलेंगे?
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा दो ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके ऊपर पिछले कुछ समय से लगातार तलवार लटकी हुई है। रहाणे तो 16 महीने के लिए बाहर भी हो गए थे। अब उन्होंने वापसी की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया था। वहीं, पुजारा फेल रहे थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में दोनों को बड़ी खेलनी होगी, नहीं तो कई युवा खिलाड़ी उनकी जगह लेने के लिए तैयार हैं। अभिमन्यु ईश्वरन, यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान, रजत पाटीदार, तिलक वर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ लंबे समय से टीम का दरवाजा खटखटा रहे हैं। अब देखना है कि कोच राहुल द्रविड़ किन खिलाड़ियों को तैयार करते हैं।
शमी और बुमराह का क्या होगा?
29 साल के बुमराह लंबे समय से चोटिल है और वापसी की तैयारी कर रहे हैं। वह टी20 विश्व कप में भी नहीं खेल पाए थे। वह आगामी विश्व कप की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन टेस्ट में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। भारत के एशिया कप के बाद विश्व कप में खेलना है। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट की सीरीज खेलनी है। इंग्लैंड की मेजबानी करनी है। उसमें पांच टेस्ट होंगे। ऐसे में यह देखना है कि टीम प्रबंधन बुमराह के वर्कलोड को कैसे मैनेज करता है। उनकी कमी बड़े मैचों में खलती है। बुमराह को रिप्लेस करने वाला अभी कोई गेंदबाज नजर नहीं आता है।
वहीं, शमी की बात करें तो वह 32 साल के हो गए हैं। वह चोटों से दूर रहे हैं, लेकिन उनके सामने भी बुमराह जैसी चुनौती है। वह किस तरह वर्कलोड को मैनेज कर पाते हैं। स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन जैसे गेंदबाज अभी भी खेल रहे हैं। अगर शमी ने खुद को फिट रखा तो आगामी दो-तीन साल वह आराम से खेल लेंगे। इसके अलावा टीम में उनकी जगह भी पक्की है। बस प्रबंधन को उनका वर्कलोड मैनेज करना है।
जडेजा-अश्विन के बाद कौन?
भारतीय टीम गेंदबाजी विभाग में स्पिनर्स पर काफी निर्भर रहती है। खासकर घरेलू मैदान पर। अनिल कुंबले और हरभजन सिंह की जोड़ी के बाद भारत को रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी मिल गई। दोनों खिलाड़ी उम्र के उस पड़ाव पर हैं जहां से उनका करियर काफी लंबा नहीं है। जडेजा और अश्विन की जगह लेने के लिए अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, सौरभ कुमार और राहुल चाहर तैयार हैं, लेकिन देखना है कि किसकी जोड़ी सही बन पाती है। ऑफ स्पिनर्स में अश्विन का ऐसा कोई विकल्प नजर नहीं आता जो टेस्ट क्रिकेट खेल ले। ऐसे में बीसीसीआई को किसी ऑफ स्पिनर को तराशना होगा।