छत्तीसगढ़

जब सचिन तेंदुलकर की अजित अगरकर ने चमक कर दी थी फीकी, अनचाहा रिकॉर्ड भी अपने नाम करा चुके हैं दर्ज

नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर अजीत अगरकर को बीसीसीआई ने हाल ही में टीम इंडिया का नया चीफ सेलेक्टर बनाया है। 10 साल पहले क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास लेने वाले अजीत ने अब चेतन शर्मा की जगह ले ली है।

बता दें कि पिछले 5 महीनों से चेतन शर्मा की जगह खाली थी और चेतन के बाद शिव सुंदर दास को इंटरिम सेलेक्टर बनाया था।बता दें कि अजीत ने भारतीय टीम की तरफ से कई रिकॉर्डतोड़ मैच खेले है। उन्होंने 26 टेस्ट, 191 वनडे और 4 टी-20 मैच और फर्स्ट क्लास में 110, लिस्ट ए में 270 और टी-20 में 62 मैच खेले हैं।

इतना ही नहीं, बल्कि अजीत अगरकर एमएस धोनी की अगुआई वाली विश्व कप 2007 की विजेता टीम का भी हिस्सा रहे चुके है। उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर एक मैच में अपने दोस्त सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भी धराशायी किया।

दरअसल, अगस्त 2002 में इंग्लैंड दौरे पर लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में दूसरी पारी में अजीत अगरकर ने दमदार शतक ठोककर एक खास और धांसू रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था। उन्होंने 190 गेंदों पर 109 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस शतक के साथ ही उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड धवस्त कर दिया था।

इसके साथ ही वह ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए थे, जिन्होंने कम मैच खेलते हुए वनडे में 200विकेट और 1000 रन बनाए थे। उन्होंने इस दौरान शॉन पोलॉक का रिकॉर्ड धवस्त किया था, जिन्होंने 138 मैचों में ये कमाल किया था।

साल 1998 में अजीत अगरकर ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने डेब्यू मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था। साल 1999-2000 के बीच उनके करियर ग्राफ में गिरावट नजर आई। सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में अजीत अगरकर के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड जुड़ा था, जिसे वह कभी गलती से भूल नहीं पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने टेस्ट की पांच पारियों में जीरो पर अपना विकेट गंवाया था। उनके नाम 7 बार लगातार डक पर आउट होने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज है।