छत्तीसगढ़

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर कसता जा रहा शिकंजा, दो गैंगस्टर्स के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस हुआ जारी

नईदिल्ली :भारत में कई बड़ी हत्याओं को अंजाम देने वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है. अब इंटरपोल ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो और सहयोगियों के खिलाफ रेड नोटिस जारी किए हैं, जो विदेशों से इस गिरोह चला रहे हैं. एजेंसियों के मुताबिक ये दोनों गैंगस्टर भारत छोड़कर भाग चुके हैं और विदेश में कहीं बैठकर बिश्नोई का नेटवर्क चला रहे हैं. इन दोनों पर भारत में कई तरह के मामले दर्ज हैं, जिसके बाद पुलिस इनकी तलाश कर रही थी. 

एनआईए को सौंपे जा रहे केस
जांच एजेंसियों के मुताबिक विक्रमजीत सिंह उर्फ ​​विक्रम बराड़ के दुबई में छिपे होने का शक है. वहीं  कपिल सांगवान का नाम हाल ही में एक किसान मोर्चा के नेता की हत्या में सामने आया था. कहा जा रहा है कि वो ब्रिटेन में छिपा हुआ है. इन दोनों ही देशों में भारतीय एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. बिश्नोई और उसके गिरोह के खिलाफ जो भी मामले चल रहे थे उनमें से अधिकांश अब NIA को सौंप दिए गए हैं. NIA की जांच में पता चला है कि बिश्नोई और उसके गिरोह ने ISI और खालिस्तानी कट्टरपंथियों के साथ संपर्क किया है.

बता दें कि एक बार जब इंटरपोल रेड नोटिस जारी करता है तो जो देश इसका सदस्य है वहां भगोड़े को हिरासत में लेना और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने वाले देश को तुरंत सूचित करना जरूरी है. इसके बाद आरोपी को देश में वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होती है. 

गोल्डी बराड़ सबसे बड़ा टारगेट
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पिछले कई सालों से जेल में है, लेकिन उसके बावजूद उसका खौफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण बिश्नोई का दोस्त गोल्डी बराड़ है. जो विदेश में बैठकर बिश्नोई के एक इशारे पर किसी को भी मौत के घाट उतार देता है. पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी इसी गैंग ने करवाई थी. इसीलिए एजेंसियों का सबसे बड़ा टारगेट फिलहाल गोल्डी बराड़ है.