छत्तीसगढ़

11 साल बाद मार्क जकरबर्ग ने किया पहला ट्वीट, एलन मस्क को किया ट्रोल

नईदिल्ली : मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने 11 साल बाद ट्वीट किया है और अपने ट्वीट में उन्होंने ट्विटर के मालिक एलन मस्क को ट्रोल किया है। मार्क जकरबर्ग ने हाल ही में अपने नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Threads को लॉन्च किया है जो कि एक टेस्क्ट आधारित एप है। Threads काफी हद तक ट्विटर जैसा ही है। इसमें भी लोगों को फॉलो करने और री-थ्रेड करने का ऑप्शन है। लॉन्चिंग के महज दो घंटे के अंदर Threads एप को 20 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है।

मार्क जकरबर्ग ने 2009 में ज्वाइन किया था ट्विटर

मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने वैसे तो 2009 में ट्विटर किया था। लंबे समय से वे ट्विटर पर एक्टिव नहीं थे। उन्होंने आखिरी ट्वीट 18 जनवरी 2012 को किया था और उसके बाद आज यानी 6 जुलाई को उन्होंने कोई ट्वीट किया है। उन्होंने एक फोटो ट्वीट किया है जिसमें दो स्पाइडरमैन दिख रहे हैं।

क्या है Threads एप?

Threads को इंस्टाग्राम की टीम ने ही तैयार किया है। Threads में भी रियल टाइम फीड मिलेगी। Threads के फीचर्स और इंटरफेस काफी हद तक ट्विटर जैसे ही हैं। Threads को अब भारत में भी उपलब्ध करा दिया गया है। Threads को गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यदि आपके पास पहले से ही इंस्टाग्राम पर ब्लू टिक है यानी यदि आपका इंस्टाग्राम अकाउंट पहले से वेरिफाईड है तो Threads अकाउंट खुद ही वेरिफाईड हो जाएगा। 

Threads को आप एपल के एप स्टोर से भी फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। Threads में आप अपनी इंस्टाग्राम आईडी के साथ लॉगिन कर सकते हैं। आप अपने इंस्टाग्राम के पूरे डाटा को Threads एप पर इंपोर्ट कर सकते हैं। Threads में आप 500 कैरेक्टर में पोस्ट कर सकते हैं जिसमें वेब लिंक, फोटो (एक बार में 10 फोटो) और मिनट तक के वीडियो शामिल कर सकते हैं।

Threads में भी आप किसी को ब्लॉक और फॉलो कर सकते हैं। यदि आपने इंस्टाग्राम पर किसी को ब्लॉक किया है तो Threads पर भी वह ब्लॉक ही रहेगा। Threads में फिलहाल GIFS का सपोर्ट और “close friend” का सपोर्ट नहीं है। इसके अलावा इसमें फिलहाल डायरेक्ट मैसेजिंग का भी फीचर नहीं है।

एलन मस्क ने लगाई है पाबंदी

एलन मस्क ने कहा है कि ब्लू टिक वाले यूजर प्रतिदिन 6000 पोस्ट देख या पढ़ पाएंगे, जबकि बिना ब्लू टिक वालों के लिए यह लिमिट 600 पोस्ट तक ही है। एलन मस्क ने कहा कि यह अस्थायी व्यवस्था है जिसे बड़े पैमाने पर डाटा चोरी और सिस्टम में हेरफर को रोकने के लिए लागू किया गया है। इसी बीच ट्विटर के यूजर्स के कम होने की खबर है और Mastodon, Bluesky और Spill के यूजर्स में लगातार इजाफा हो रहा है।