छत्तीसगढ़

वो क्रिकेटर जिसने की थी महेंद्र सिंह धोनी की खोज, बदल दिया भारतीय क्रिकेट का नसीब

नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्म आज ही के दिन 1981 में हुआ था। भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाने वाले धोनी अपना 42वां जन्म दिन मना रहे हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप के बाद 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। 2004 में झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी ने भारत के लिए पहला मैच खेला था। लेकिन क्या आपको पता है कि किसने बीसीसीआई को पहली बार धोनी के बारे में बताया था। चलिए आज हम आपको उसे व्यक्ति के बारे में बताते हैं। उनका नाम है- प्रकाश पोद्दार।

धोनी की ताकत के हो गए थे फैन

बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके प्रकाश पोद्दार को 2003 में जमशेदपुर भेजा गया था। उस समय बीसीसीआई ने टैलेंट स्काउट की शुरुआत की थी। पोद्दार उसी का हिस्सा थे। धोनी का खेल देखने के बाद पोद्दार ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी के लिए धोनी के नाम की अनुशंसा की थी। उन्होंने धोनी के बारे में लिखा- गेंद का अच्छा स्ट्राइकर, उनके पास काफी ताकत है लेकिन विकेटकीपिंग पर काम करने की जरूरत है। तकनीकी रूप से बहुत अच्छा नहीं है लेकिन विकेटों के बीच दौड़ने में बहुत तेज है।

प्रकाश पोद्दार ने अपने डेब्यू फर्स्ट क्लास मैच में ही शतक लगाया था। 29 दिसंबर 2022 को उनका निधन हो गया। उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका तो नहीं मिला लेकिन 74 फर्स्ट क्लास और एक लिस्ट ए मैच में अपने राज्य की तरफ से खेले।

35 रन ही बना पाए थे धोनी

प्रकाश पोद्दार जिस मैच को देखने पहुंचे थे उसमें महेंद्र सिंह धोनी ने सिर्फ 35 ही रन बनाए थे। लेकिन उनके ताकतवर शॉर्ट ने पोद्दार का ध्यान आकर्षित किया। एक इंटरव्यू में पोद्दार ने कहा था, ‘उन्होंने 35 रन बनाए लेकिन उस उम्र में भी क्या मारता था बॉल को। उसके पास ताकत थी और मुझे लगा कि अगर हम उसे अच्छी तरह से मार्गदर्शन दे सकें, तो वह एक अच्छा वनडे क्रिकेटर बन सकता है।’

महेंद्र सिंह धोनी एनसीए में गए। फिर इंडिया ए टीम में चयन हो गया। उस समय टीम इंडिया के पास ऐसा विकेटकीपर नहीं था जो बल्ले से कमाल कर सके। ऐसे में 2004 के अंत में धोनी को टीम इंडिया के लिए डेब्यू का मौका मिला। 2007 में उन्हें कप्तानी मिली और इतिहास बनता चला गया।