छत्तीसगढ़

मौत का खेला करने वालों से मिलाएंगे हाथ, स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी से पूछा सवाल

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर रविवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि क्या ऐसी घटनाएं उन्हें स्वीकार्य हैं, क्योंकि उनकी पार्टी लोक सभा से पहले विपक्षी एकता में शामिल हो गई है. उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि क्या वह ‘मौत का खेला’ करने वालों से हाथ मिलाएंगे ?

पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान के दौरान राज्य के ग्रामीण हिस्सों में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और हिंसा और आगजनी की कई घटनाएं हुईं.चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, जो राज्य में नंबर दो राजनीतिक दल बनकर उभरी है. शनिवार का मतदान आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा है.

ईरानी ने भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि जिस तरह से लोग पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में लोकतंत्र की हत्या देख रहे हैं, जहां लोगों को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का दावा करने के लिए मार दिया जा रहा है.

बंगाल में चुनाव बाद भी हिंसा जारी

उन्होंने कहा कि कांग्रेस उसी तृणमूल कांग्रेस से हाथ मिला रही है. क्या गांधी परिवार के लिए हाथ मिलाना स्वीकार्य है. उनके साथ, जो पश्चिम बंगाल में उत्पात मचा रहे हैं? क्या राहुल गांधी को मौत का यह खेल स्वीकार है?”

हालांकि गांधी ने अभी तक बंगाल हिंसा पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में हिंसा का तांडव चल रहा है.

ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने राज्य में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधा, जो हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे थे.

उन्होंने सवाल किया कि हिंसा के समय केंद्रीय बल कहां थे, जिसमें कई लोगों की जान चली गई. टीएमसी ने तंज कसते हुए कहा कि ‘केंद्रीय बलों की कड़ी निगरानी’ के तहत चुनाव संबंधी घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ रही है.

चाकुलिया में पुलिस गाड़ी में लगाई आग

टीएमसी पर हमला करते हुए बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य जल रहा है और केंद्र सरकार को अनुच्छेद 355 या अनुच्छेद 356 (राष्ट्रपति शासन) में हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में राज्य में सत्तारूढ़ दल के गुंडों ने 20,000 से अधिक बूथों पर कब्जा कर लिया है.

इस बीच, रविवार को भी राज्य में पंचायत चुनाव के बाद हिंसा जारी है. मुर्शिदाबाद में बमबारी की घटना हुई है, तो चाकुलिया में भाजपा समर्थिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी है. पूर्व मेदिनीपुर में पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा है.