छत्तीसगढ़

वर्ल्ड कप भारत में, कलह पाक में: टीम को न भेजने के बयान पर भड़के PCB के पूर्व प्रमुख, PM की कमेटी पर उठाए सवाल

नईदिल्ली : इस साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप होना है। उससे पहले पाकिस्तान का ड्रामा जारी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और पाकिस्तान सरकार की ओर से टीम को भारत न भेजने की गीदड़भभकी दी जा रही है। पहले पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा, फिर बोर्ड के पूर्व अंतरिम चीफ नजम सेठी और अब पाकिस्तान के खेल मंत्री ने टीम को वर्ल्ड कप के लिए न भेजने की धमकी दी है। हालांकि, इसको लेकर पाकिस्तान में अंदरूनी रार पैदा हो गई है। पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष खालिद महमूद ने विश्व कप में PAK टीम की भागीदारी पर निर्णय लेने के लिए एक हाई लेवल कमेटी बनाने के सरकार के फैसले पर निशाना साधा है। महमूद के बोर्ड अध्यक्ष रहते पाकिस्तान की टीम ने 1999 में भारत का दौरा किया था। इसके अलावा वह 1989 में भारत का दौरा करने वाली जूनियर टीम के मैनेजर रहे थे।

खालिद ने कमेटी के गठन पर उठाए सवाल

खालिद ने कहा कहा कि इस कमेटी के गठन का कोई मतलब नहीं है। महमूद ने एक इंटरव्यू में कहा, “दिलचस्प बात यह है कि कमेटी में मुख्य हितधारक PCB का कोई भी प्रतिनिधि नहीं है।” उन्होंने कहा कि सरकार ने कमेटी में मंत्रियों को शामिल करके अपने ही इस बात का विरोधाभास किया है कि खेल में राजनीति को नहीं लाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अगर सुरक्षा मुद्दा है तो बात समझ में आती है लेकिन यह कहना कि अगर भारतीय टीम एशिया कप खेलने पाकिस्तान नहीं आएगी तो हम भी विश्व कप खेलने भारत नहीं जाएगे, दोनों चीजों को मिलाने की बात है, जो हमने इससे पहले कभी नहीं किया है।

खालिद ने कहा नजम सेठी के फैसलों का सम्मान किया जाना चाहिए

खालिद ने कहा- मैं इस बात से सहमत हूं कि भारत का पाकिस्तान का दौरा न करने का कोई औचित्य नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीजें इस तरह से नहीं की जाती हैं, जैसा पीसीबी अभी कर रहा है। उन्होंने कहा, “जब मैं 1999 में पीसीबी अध्यक्ष था, तो भारत से धमकियों के बावजूद, हमने भारत में एक प्रतिनिधिमंडल भेजकर अपनी टीम के लिए सुरक्षा स्थिति का आकलन किया और सरकार को सलाह दी कि हम भारत जाने के इच्छुक हैं।”

खालिद ने कहा कि अब समझदारी की बात यह है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि पाकिस्तानी टीम मेगा इवेंट में हिस्सा ले, नहीं तो उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है और अन्य बोर्डों के साथ भी रिश्ते खराब हो सकते हैं। महमूद ने कहा कि नजम सेठी ने एशिया कप पर क्रिकेट मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष के रूप में जो भी निर्णय लिया था, उसका अब सम्मान किया जाना चाहिए।

जका अशरफ को आईसीसी की बैठक में हो सकती है परेशानी

खालिद ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि इस कमेटी के गठन और खेल मंत्री अहसान मजारी के बयान के कारण मौजूदा पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ को इस सप्ताह के अंत में आईसीसी बैठकों में भाग लेने पर असहज स्थिति का सामना करना पड़ेगा।” दरअसल, पाकिस्तान के खेल मंत्री अहसान ने रविवार को कहा था- चूंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) मेरे मंत्रालय के अंतर्गत आता है, यदि भारत अपने एशिया कप मैचों को न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने की मांग करता है, तो हम भी भारत में अपने विश्व कप मैचों के लिए भी यही मांग करेंगे।

पाकिस्तान के विरोध के बावजूद एशिया कप न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जाएगा। सिर्फ पाकिस्तान की टीम अपने चार मैच अपने देश में खेलेगी। सुपर-फोर और फाइनल समेत बाकी के मुकाबले श्रीलंका में खेले जाएंगे। टीम इंडिया अपने सारे मैच श्रीलंका में ही खेलेगी। एशिया कप की शुरुआत 31 अगस्त से होने जा रही है।

आईसीसी ने पीसीबी को दी थी चेतावनी

आईसीसी ने हाल ही में भारत में वनडे विश्व कप में भाग लेने पर पीसीबी के एग्रीमेंट के बारे में पाकिस्तान को एक ‘रिमाइंडर’ भेजा था। दरअसल, पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप शेड्यूल जारी होने के बाद अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेन्यू बदलने की भी मांग की थी। हालांकि, आईसीसी ने इसे ठुकरा दिया था। इसके बाद पीसीबी की ओर से भारत न आने की धमकी दी गई थी। इस पर आईसीसी ने कहा था- पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए एग्रीमेंट साइन किया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वो इस एग्रीमेंट से पलटेंगे नहीं और भारत आएंगे।

आईसीसी ने कहा था- उम्मीद है कि पाकिस्तान टीम भारत आएगी
आईसीसी ने कहा था- वर्ल्ड कप में भाग ले रही सभी टीमें अपने देश के नियम और कानूनों से बंधी हैं और हम इसका सम्मान भी करते हैं। हालांकि, हमें पूरा भरोसा है कि पाकिस्तान वर्ल्ड कप खेलने भारत जरूर आएगा। वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत पांच अक्तूबर से अहमदाबाद में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मैच से होने जा रही है। भारत अपने अभियान की शुरुआत आठ अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से करेगा। वहीं, पाकिस्तान को नीदरलैंड और श्रीलंका के खिलाफ पहले दो मैच खेलने हैं।