मुंबई : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरे पुराने दोस्त और आज के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे को मनोचिकित्सक की जरूरत है।’
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा था?
दरअसल, उद्धव ठाकरे ने फडणवीस को नागपुर के लिए कलंक बताया था। उन्होंने कहा था, फडणवीस की स्थिति इतनी विचित्र हो गई है जिसे असहनीय और अवर्णनीय कहा जा सकता है। एक बार उन्होंने कहा था- मैं फिर आऊंगा। लेकिन, वह अपने साथ दो और लोगों को लेकर आए। वे दो लोग कौन हैं? देवेंद्र फडणवीस नागपुर के लिए कलंक हैं। अब वे कह रहे हैं, उद्धव ठाकरे ने हमें छुरा घोंपा। सबसे पहले किसने उद्धव की पीठ में छुरा घोंपा? वे 2014 से 2019 तक सत्ता में थे। 2014 में शिवसेना ने गठबंधन नहीं तोड़ा। मैं तब कांग्रेस में नहीं गया था। मैं वही था और मैं वही हूं।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि देवेंद्र फडणवीस हमेशा कहते थे कि कभी कुछ भी हो जाए, हम लोग राकांपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। अजित पवार के शिंदे-भाजपा गुट में शामिल होने को लेकर उद्धव ने कहा था कि अब क्या हुआ? इस बार फिर क्यों भाजपा और फडणवीस ने ऐसा कर लिया?
फडणवीस ने ऐसे किया पलटवार
फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “देखिए, कुल मिलाकर हमारे पूर्व मित्र और आज के राजनीतिक विरोधी उद्धव ठाकरे की सोच और व्यवहार पर मुझे तरस आता है। मुझे ऐसा लगता है कि उन्हें मनोचिकित्सक की आवश्यकता है। शायद इस परिस्थिति के कारण उनकी सोच पर बहुत विपरीत इस प्रकार का परिणाम हुआ है। ऐसी मानसिकता में जब कोई व्यक्ति इस प्रकार की बातें बोलता है, तो उस पर प्रतिक्रिया नहीं दी जाती। “
फडणवीस को कलंक बताने पर भाजपा का प्रदर्शन
वहीं, फडणवीस को नागपुर के लिए कलंक बताने पर भाजपा के कार्यकर्ता ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ प्रदर्शन किया। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर फाड़े। वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बयान को निंदाजनक बताया। वहीं, इस विरोध पर उद्धव ने कहा, मैंने क्या गलत बोला है?