मुंबई : मुंबई क्राइम ब्रांच ने शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को नोटिस जारी किया है. यह नोटिस मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) पर गंभीर आरोप लगाने को लेकर भेजा गया है. पुलिस ने उनसे इस मामले पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा है.
संजय राउत ने सीएमओ पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सीएम दफ्तर से अपराधियों की डीलिंग चल रही है. इसके साथ ही जेल में बंद अपराधियों से फोन पर बातचीत की जा रही है. उनका आरोप था कि चुनाव से पहले खतरनाक अपराधियों को बाहर लाने की कोशिश की जा रही है.
क्या था संजय राउत का बयान?
संजय राउत ने कहा था, “जो अपराधी जेल में हैं, उनसे मुख्यमंत्री कार्यालय बातचीत कर रहा है. सत्ता में शामिल लोग उनके संपर्क में हैं. जेल में कैदियों तक मोबाइल फोन पहुंचा दिए गए हैं और इसके जरिए संपर्क किया जा रहा है. यह सब मुख्यमंत्री कार्यालय की देखरेख में चल रहा है. मैं जल्द ही यह जानकारी जनता के सामने लाऊंगा.”
संजय राउत ने लगाए थे गंभीर आरोप
लोकसत्ता में छपी एक खबर के अनुसार, सांसद राउत ने कहा, “मुख्यमंत्री कार्यालय जेल में बंद कई बड़े अपराधियों के संपर्क में है. इसमें धारा 302 के तहत जेल में बंद कैदी और कई बड़े आरोपी शामिल हैं. मुंबई से लेकर नासिक, कोल्हापुर तक राज्य की अलग-अलग जेलों में बंद कैदियों से संपर्क किया जा रहा है. चुनाव से पहले कुछ अपराधियों को जेल से बाहर निकालने की साजिश हो रही है.”
मुंबई क्राइम ब्रांच ने अब इस मामले में संजय राउत को सबूत जुटाने के लिए कहा है. क्राइम ब्रांच ने फिर से बयान दर्ज कराने को कहा है और इससे जुड़े सभी सबूत मांगे हैं.