चेन्नई : सेंथिल बालाजी के बाद तमिलनाडु सरकार के एक और मंत्री के खिलाफ ईडी ने कार्रवाई की है। बता दें कि ईडी ने सोमवार को तमिलनाडु सरकार के मंत्री के पोनमुडी और उनके सांसद बेटे गौतम सिगामणि के ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई। ईडी ने चेन्नई और विल्लुपुरम स्थित मंत्री और उनके सांसद बेटे के ठिकानों पर छापेमारी की।
इस बीच द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) नेता के. पोनमुडी को सोमवार रात चेन्नई स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय लाया गया। ईडी के अधिकारी अवैध रेत खनन से जुड़े धन शोधन के मामले में छापेमारी के बाद पोनमुडी को कार्यालय लेकर पहुंचे। केंद्रीय बलों की सुरक्षा के बीच पोनमुडी को चेन्नई के ईडी कार्यालय लाया गया और उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की गई। ईडी ने मंत्री पोनमुडी को मंगलवार शाम चार बजे एजेंसी कार्यालय में दोबारा पूछताछ के लिए तलब किया है।
क्या है मामला
तमिलनाडु सरकार के मंत्री के पोनमुडी पर आरोप है कि साल 2007 से 2011 के बीच खनन मंत्री रहते हुए पोनमुडी ने खनन लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन किया। जिससे सरकारी खजाने को करीब 28 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इसी मामले में ईडी ने अब पोनमुडी और उनके सांसद बेटे सिगामणि के खिलाफ कार्रवाई की।
के पोनमुडी, तमिलनाडु सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईडी ने के पोनमुडी के नौ ठिकानों पर छापेमारी की। के पोनमुडी के अलावा उनके रिश्तेदारों और दोस्तों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। 72 वर्षीय मंत्री विल्लुपुरम जिले की तिरुक्कोयीलुर सीट से विधायक हैं और उनके बेटे सिगामणि कल्लाकुरुचि सीट से सांसद हैं। बता दें कि के पोनमुडी के खिलाफ राज्य पुलिस ने भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके खिलाफ मंत्री ने मद्रास हाईकोर्ट का रुख किया था लेकिन मद्रास हाईकोर्ट ने कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए खनन लाइसेंस प्राप्त किए। साथ ही लाइसेंसधारकों को तय सीमा से अधिक खनन करने की भी अनुमति दी। वहीं डीएमके ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है और कहा है कि वह इससे डरने वाले नहीं हैं।
स्टालिन ने बताया ड्रामा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके मुखिया एमके स्टालिन ने उनकी सरकार के मंत्री के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को ड्रामा करार दिया। उन्होंने कहा कि ‘हाल ही में पोनमुडी के खिलाफ दो मामले खारिज हुए थे। वह इस मामले का भी कानूनी रूप से सामना करेंगे। विपक्षी बैठक के खिलाफ यह छापेमारी बांटने की रणनीति है। राज्यपाल पहले से ही चुनावी प्रोपेगैंडा कर रहे हैं और अब ईडी भी ऐसा कर रही है। यह हमारे लिए काम आसान कर रहे हैं। यह उनके (भाजपा) द्वारा किया जा रहा ड्रामा है।’
तमिलनाडु सरकार के दूसरे मंत्री पर की ईडी ने कार्रवाई
बता दें ईडी ने हाल ही में तमिलनाडु सरकार के परिवहन मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ भी कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई भी मनी लॉन्ड्रि्ंग मामले में हुई थी। कार्रवाई के बाद सेंथिल बालाजी को ईडी ने गिरफ्तार किया था। बालाजी फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं।