नईदिल्ली : केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का मंगलवार (18 जुलाई) को निधन हो गया था. चांडी ने अपने निधन से पहले आम आदमी की तरह अंतिम संस्कार की इच्छा जताई थी . जिस वजह से उनके पार्थिव शरीर को गुरूवार को राजकीय सम्मान के बिना ही दफनाया जाएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री चांडी पार्थिव शरीर को कल कोट्टायम के पुथुपल्ली में उनके चर्च में ईसाई रीतियों के साथ दफनाया जाएगा. सामान्य तौर पर पूर्व मुख्यमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाता है, जिसमें बंदूकों की सलामी दी जाती है, लेकिन चांडी के अंतिम संस्कार में ऐसा नहीं होगा.
आम आदमी की तरह अंतिम संस्कार की जताई थी इच्छा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि चांडी ने अपने निधन से पूर्व अपने परिवार के सामने इच्छा जताई थी कि उन्हें मृत्यु के बाद आम आदमी की तरह दफनाया जाए. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अपने लिए आम आदमी की तरह अंतिम संस्कार की इच्छा जताई थी. उनका परिवार उस इच्छा को पूरा कर रहा है.’’
सरकार के एक सूत्र ने बताया कि चांडी के परिवार ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इच्छा प्रकट की कि उन्हें बिना राजकीय सम्मान के, आम आदमी की तरह दफनाया जाए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सचिव एवं विधायक पी. सी. विष्णुनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने दिवंगत नेता के परिवार का अनुरोध स्वीकार कर लिया है.
इससे पहले 2010 में दिग्गज कांग्रेस नेता और चार बार केरल के मुख्यमंत्री रहे के. करुणाकरण का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था. वहीं वामपंथी नेता और मुख्यमंत्रियों- ईएमएस नंबूदरीपाद और ईके नयनार के अंतिम संस्कार से पहले धार्मिक रीतियों का अनुसरण नहीं किया गया था, लेकिन उनका अंतिम संस्कार भी पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था. दोनों का निधन क्रमश: 1998 और 2004 में हो गया था. चांडी के अंतिम संस्कार के लिए कोट्टायम जिले के पुथुपल्ली ऑर्थोडॉक्स चर्च में तैयारियां चल रही हैं.