छत्तीसगढ़

भारत-वेस्टइंडीज के 100वें मैच में क्या होगी प्लेइंग 11? उनादकट का बाहर होना तय!

नई दिल्ली। बीते 21 सालों में टीम इंडिया का वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट रिकॉर्ड शानदार रहा है। दोनों टीमें इस अवधि में यह नौवीं टेस्ट सीरीज खेल रही हैं। खास बात यह है कि पिछली आठ टेस्ट सीरीज पर टीम इंडिया का कब्जा रहा है। पहले टेस्ट में जीत के बाद भारतीय टीम 1-0 से आगे है और गुरुवार को क्वींस पार्क ओवल में यह टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में लगातार नौवीं टेस्ट सीरीज जीतने उतरेगी। वैसे भी यह टेस्ट खास है। दोनों टीमों के बीच यह सौवां टेस्ट मैच होगा। रोहित शर्मा को उम्मीद है इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज उन्हें टक्कर देगी। वहीं टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम में परिवर्तन की उम्मीद कम है। उसे पहले टेस्ट में सस्ते में आउट होने वाले अजिंक्य रहाणे से इस टेस्ट में रनों की उम्मीद होगी।

लगातार सात टेस्ट विंडीज से जीत चुका भारत 
भारत और वेस्टइंडीज ने अब तक 99 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 30 में वेस्टइंडीज को और 23 में भारत को जीत हासिल हुई है। 46 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं। लेकिन बीते 21 वर्षों से वेस्टइंडीज ने भारत से कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है। इस दौरान दोनों टीमों ने 24 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें भारत को 15 में जीत हासिल हुई है। नौ टेस्ट ड्रॉ रहे हैं। 2016 के बाद से दोनों टीमों के बीच दो टेस्ट मैचों की यह चौथी सीरीज है और भारत ने यह सातों टेस्ट मैच जीते हैं। पोर्ट ऑफ स्पेन में टीम इंडिया अपने इस शत-प्रतिशत रिकॉर्ड को कायम रखने के लिए उतरेगी।

विराट का होगा 500वां अंतरराष्ट्रीय मैच
टीम इंडिया इस टेस्ट मैच के लिए कोई बड़ा परिवर्तन नहीं करने जा रही है। कॅरिअर के अपने पहले टेस्ट मैच में 171 रन की पारी खेलने वाले यशस्वी जायसवाल एक बार फिर रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करेंगे। शुभमन गिल पहले टेस्ट में नहीं चल पाए थे। उनके पास रन बनाने का मौका होगा। डोमनिका में 76 रन की धीमी पारी खेलने वाले विराट कोहली के लिए यह टेस्ट मैच खास होगा। यह उनका पांच सौवां अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। कोहली 110 टेस्ट मैच, 274 वनडे और 115 टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके हैं। सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह चौथे भारतीय और विश्व के 10वें क्रिकेटर होंगे।

रहाणे को बनाने होंगे रन
भारतीय टीम मैनेजमेंट की सबसे बड़ी चिंता अजिंक्य रहाणे हैं। वेस्टइंडीज के बाद भारत को अगली टेस्ट सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर में खेलनी है। ऐसे में रहाणे के पास अपने को टेस्ट टीम में वापस लाने के लिए बड़ी पारी खेलने का यह अंतिम मौका होगा। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ भी कह चुके हैं कि दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए रहाणे का फॉर्म में आना काफी अहम होगा। यह भी ध्यान रखना होगा कि डोमनिका में भारत को एक पारी में ही बल्लेबाजी का मौका मिला था। यहां भी ऐसा हो सकता है। ऐसे में रहाणे को पहली पारी में ही रन बनाने होंगे।

अक्षर को मिल सकता है मौका
डोमनिका की धीमी और टर्न लेती पिच पर रहाणे नहीं चल पाए थे। उम्मीद की जा रही है कि पोर्ट ऑफ स्पेन में भी स्पिन पिच मिलेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए वेस्टइंडीज ने बल्लेबाजी ऑलराउंडर रेमन रीफर की जगह स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर केविन सिंक्लेयर को टीम में लिया है। अगर पिच का मिजाज डोमनिका सरीखा निकला तो जयदेव उनादकट या फिर शार्दुल ठाकुर की जगह पर स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया जा सकता है।

अश्विन-जडेजा से निपटना विंडीज की चुनौती
डोमनिका टेस्ट में वेस्टइंडीज के लिए एलिक अथानाजे ही चल पाए थे। उन्होंने अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में 47 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के सामने भारतीय स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा से निपटने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। अश्विन ने डोमनिका में 12 विकेट लिए थे। उन्होंने आठवीं बार टेस्ट में 10 या उससे अधिक विकेट लेकर अनिल कुंबले की बराबरी की।

दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग 11

वेस्टइंडीजः क्रैग ब्रैथवेट, तेगनरायण चंद्रपॉल, किर्क मैकेंजी, एलिक अथानाज, जर्मन ब्लैकवुड, जोशुआ डे सिल्वा, जेसन होल्डर, केविन सिंक्लेयर/रहकीम कॉर्नवाल, अल्जारी जोसेफ, केमार रोच, शैनन गैब्रियल।

भारतः रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रवींद्र जड़ेजा, ईशान किशन, आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर/अक्षर पटेल, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज।