नईदिल्ली : सरहद पार के प्यार के मामले में जासूसी की आशंका की जांच तेज हो गई है। वहीं दूसरी तरफ सीमा हैदर ने अपने वकील डॉ. एपी सिंह के जरिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दया याचिका भेजी। याचिका में सीमा ने सचिन मीणा से शादी होने के बाद भारत की नागरिकता देने, भारत में ही रहने देने की मांग की है।
याचिका के साथ लगाए गए हलफनामे में एक चौकाने वाली बात समाने आई है वह यह है कि सीमा ने इसमें अपना पूरा नाम सीमा हैदर की जगह सीमा मीणा लिखा है। इसके अलावा अपनी शादी के फोटोग्राफ भी भेजे हैं।
सीमा के वकील डॉ. एपी सिंह के अनुसार सीमा ने नेपाल में ग्रेटर नोएडा के सचिन मीना से शादी की थी तो अब वह भारत की बहू है। इसी आधार पर सीमा भारत की नागरिकता चाहती है। अब सीमा की इस याचिका के बाद सबकी निगाहें इस बात पर ठिकी है कि आखिर राष्ट्रपति मुर्मू का इस पर क्या रुख रहता है।
कस सकता है शिकंजा
गुरुवार को दो केंद्रीय एजेंसियों की टीम गौतमबुद्ध नगर पहुंची। उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी जुटाई। उधर एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि फर्जी दस्तावेज बनाकर सीमा हैदर और उसके दो बच्चों के आधार कार्ड बनवाए गए थे। पुलिस ने फर्जी दस्तावेज और आधार कार्ड बनवाने वाले मददगार की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मामले में सीमा हैदर, सचिन मीणा और मददगारों पर कानूनी शिकंजा और कस सकता है।
सीमा ने खुद को बताया था ठकुराइन
पुलिस ने सीमा से आधार कार्ड बरामद किए थे लेकिन इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। जबकि सीमा हैदर ने नेपाल में खुद को भारतीय बताया था। भारतीय सीमा में भी जांच के दौरान उसने खुद को सचिन की पत्नी और रबुपुरा निवासी ठकुराइन बताया था। ऐसे में पूरी आशंका हैं कि सीमा ने फर्जी दस्तावेज में खुद को सचिन की पत्नी और सचिन को बच्चों का पिता बताकर बनाए गए आधार कार्ड के जरिये ही सुरक्षाकर्मियों को धोखा दिया था। केस में अगर धोखाधड़ी की धारा बढ़ाई जाती है, तो उसकी जमानत रद्द भी हो सकती है।