बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर लगाने के मामले में शनिवार (22 जुलाई) को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. नीतीश कुमार बेंगलुरु में हाल ही में हुई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए थे, तब उनके विरोध में पोस्टर लगाए गए थे.
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान श्रीराम, नंदकुमार और मोहन के रूप में की गई है. आरोपी बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम के निवासी हैं. पुलिस के अनुसार, श्रीराम ने पोस्टर लगाने के लिए स्पॉन्सर्ड किया था.
पोस्टरों को आरोपी नंदकुमार की प्रिंटिंग प्रेस में छापा गया था. इसके बाद इन्हें मोहन के ऑटो में ले जाया गया. पुलिस ने बताया है कि आरोपियों ने शहर में 20 जगहों पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर लगाए थे.
आरोपियों से पूछताछ जारी
पोस्टरों को बेंगलुरु एयरपोर्ट रोड पर भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया था. पुलिस राजनीतिक नेताओं की संलिप्तता का पता लगाने के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जल्द ही मामले का खुलासा होगा.
पोस्टरों में क्या कुछ था?
सीएम नीतीश कुमार को अस्थिर प्रधानमंत्री पद का दावेदार करार देते हुए पोस्टर चालुक्य सर्कल और विंडसर मैनर ब्रिज और हेब्बाल इलाके के पास एयरपोर्ट रोड पर लगे थे. इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने पर भी उनकी आलोचना की गई थी.
पोस्टर में उनके शासनकाल में बिहार में पुल टूटने की घटनाओं का भी जिक्र किया गया. एक अन्य पोस्टर में उनका मजाक बनाते हुए कहा गया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पानी के नीचे पुल बनाने वाले व्यक्ति हैं.
डीके शिवकुमार का बीजेपी पर आरोप
इसे लेकर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, ”यह सब बीजेपी का काम है. नीतीश कुमार बीजेपी के लिए बड़ा खतरा हैं और उनके खिलाफ पोस्टर लगाकर वे उनका प्रचार कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी इन सभी ताकतों से लड़ने के लिए तैयार है. कायरों की तरह वे ऐसा कर रहे हैं. नीतीश कुमार भी कर्नाटक की राजनीति को अच्छे से जानते हैं.”