छत्तीसगढ़

केंद्र सरकार मणिपुर की घटना पर संसद में रखेगी तथ्य, किरेन रिजिजू बोले- संसद से बाहर बहस करना अनुचित

नईदिल्ली : मणिपुर पिछले करीब ढाई महीने से हिंसा की आग में जल रहा है. हाल में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ यौन हिंसा करने का वीडियो वायरल हुआ था. राज्य में हो रही हिंसा को लेकर केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार (22 जुलाई) को कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर की घटना पर संसद में तथ्यों को रखेगी.

किरेन रिजिजू ने इंटरनेट पर प्रसारित उस वीडियो के बारे में बोलने से इनकार कर दिया, जिसमें कुछ लोगों को दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाते हुए देखा जा सकता है. कांगपोकपी जिले में चार मई को हुई घटना को लेकर किसी भी विवाद में पड़ने से इनकार करते हुए रिजिजू ने संकेत दिया कि संसद के बाहर इस मुद्दे पर चर्चा करना अनुचित होगा.

19 जुलाई को सामने आया था घटना का वीडियो 
घटना पर सवाल पूछे जाने पर रिजिजू ने कहा, ‘‘संसद में जिस भी मामले पर चर्चा होगी, हम अपनी बात रखेंगे, लेकिन अभी मैं इस मामले पर कुछ नहीं कह सकता.’’ मंत्री ने कहा कि वह यहां रोजगार मेले के लिए आए हैं और कोई अन्य टिप्पणी नहीं करेंगे.  

अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि मणिपुर पुलिस ने चार मई की घटना के सिलसिले में लगभग 19 साल के एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि दोनों महिलाओं को रिहा करने से पहले उनका यौन उत्पीड़न किया गया था.

इस भयावह घटना का 26 सेकंड का वीडियो बुधवार (19 जुलाई) को सामने आया था. बी. फाइनोम गांव में महिलाओं की परेड कराने वाली भीड़ में शामिल रहे व्यक्ति को एक महिला को घसीटते हुए देखा गया था. जिन महिलाओं के साथ यह शर्मनाक घटना हुई, उनमें से एक भारतीय सेना के पूर्व जवान की पत्नी है. भीड़ पर उस दौरान दो लोगों की हत्या करने का भी आरोप है.

तीन मई से शुरू हुई हिंसा 
मणिपुर में तीन मई को भड़की जातीय हिंसा में अब तक 150 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद से राज्य में झड़पें शुरू हुई थीं.