छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: प्रेमिका से आखिरी बार फोन पर बात करने के बाद प्रेमी ने की शिवनाथ नदी में डूबकर आत्महत्या; कोरबा का रहने वाला था युवक

भिलाई। दुर्ग के शंकर नगर आमा पारा में अपनी प्रेमिका के साथ चार साल से किराये पर रह रहे एक युवक ने शिनवाथ नदी में डूबकर आत्महत्या कर ली। मृतक मूल रूप से कोरबा के रहने वाला था और उसकी प्रेमिका भी कोरबा की रहने वाली थी। 19 जुलाई की रात को उसकी आखिरी बार अपनी प्रेमिका से बात हुई थी। इसके बाद सुबह से उसका फोन बंद हो गया था।

शिवनाथ नदी में मिली उसकी लाश, जेब में मिला सुसाइड नोट 

शुक्रवार की शाम को जेवरा सिरसा के डांडेसरा गांव के पास शिवनाथ नदी से उसकी लाश मिली। उसके जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें उसने अपनी जिंदगी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी। साथ ही उसने अपनी प्रेमिका का मोबाइल नंबर भी लिखा था। जिस पर संपर्क करने के बाद पुलिस ने उसकी पहचान की। शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया है।

प्रेमिका संग लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था युवक

जेवरा सिरसा पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान चंद्रशेखर सोनी (32) के रूप में हुई है। वो आर्य शिशु मंदिर के पास बुधवारी बाजार कोरबा का रहने वाला था। चार साल से दुर्ग के शंकर नगर आमा पारा में अपनी प्रेमिका सावित्री देवांगन के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था। वो दुर्ग के एक चश्मा दुकान में काम करता था।

करीब एक महीने पहले उसने अपनी प्रेमिका से कहा था कि उसकी कोरबा में ही एचएससीएल कंपनी में नौकरी लग गई है। इसलिए अब वो उसके साथ कोरबा में ही रहेगा। ये बोलकर उसने सावित्री को कोरबा भेज दिया था। 19 जुलाई की देर रात तक उसने सावित्री से फोन पर बात भी की थी। इसके बाद 20 जुलाई की सुबह जब सावित्री ने उसे फोन किया तब उसका मोबाइल बंद मिला।

लगातार प्रयास करने के बाद भी जब सावित्री का चंद्रशेखर से संपर्क नहीं हो सका तो वो शुक्रवार को कोरबा से वापस दुर्ग आई। वह उसे खोजने के लिए उसी चश्मा दुकान पर गई थी। इसी दौरान जेवरा सिरसा चौकी पुलिस को भी जानकारी मिली थी कि ग्राम डांडेसरा में नदी में किसी युवक की लाश मिली है।

लाश को निकालने के बाद पुलिस ने उसके कपड़ों की तलाशी ली तो उसमें से सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने लिखा था वो अपनी जिंदगी से बहुत ज्यादा परेशान हो गया है और आत्महत्या कर रहा है। इसके लिए वो खुद जिम्मेदार होगा। साथ ही उसने सावित्री का मोबाइल नंबर भी लिखा था।

पुलिस ने उस नंबर पर फोन किया तब सावित्री ने उसकी लाश की पहचान की। पुलिस ने सावित्री से भी पूछताछ की। जिसमें उसने बताया कि चंद्रशेखर अपने परिवार वालों को अक्सर याद करता था और रोता था। वह उनसे अलग रहने के कारण दुखी रहता था। हालांकि आत्महत्या करने का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।