नईदिल्ली : मणिपुर 3 मई से हिंसा की आग में जल रहा है. 19 जुलाई को मणिपुर की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ यौन हिंसा करने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसकी वजह से संसद के मानसून सत्र में हंगामा हो रहा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार (23 जुलाई) को विपक्षी दलों से हाथ जोड़कर इस मुद्दे पर बहस में शामिल होने की अपील की.
अनुराग ठाकुर ने पूर्वोत्तर के राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर विपक्ष से राजनीतिकरण न करने का भी आग्रह किया. मणिपुर के हालात पर विपक्षी दलों ने सोमवार (24 जुलाई ) को संसद में संयुक्त विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है.
विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की कर रहा है मांग
विपक्षी दल इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करने से पहले संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की मांग कर रहे हैं. सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि गृह मंत्री अमित शाह बोलेंगे. अनुराग ठाकुर ने कहा, ”महिलाओं के खिलाफ अत्याचार दर्दनाक है, चाहे पीड़ित किसी भी राज्य से हो. ऐसी घटनाओं पर रोक लगाना राज्य की जिम्मेदारी है. हम चाहते हैं कि सदन में इस पर अच्छी चर्चा हो, जिसमें सभी राजनीतिक दल हिस्सा लें. किसी को भी बहस से भागना नहीं चाहिए.”
चर्चा में होना चाहिए शामिल- अनुराग ठाकुर
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने कहा, ”मेरा विपक्ष से हाथ जोड़कर अनुरोध है कि वे चर्चा से भागें नहीं.” उन्होंने कहा कि विपक्ष को ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए और संसद में चर्चा में शामिल होना चाहिए. संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई को शुरू हुआ था.